भोपाल। हवाओं का रुख (wind direction) बदलकर अब उत्तरी एवं उत्तर-पूर्वी होने लगा है। इस वजह से रात के तापमान में फिर गिरावट आने लगी है। हवाओं में नमी कम होने के कारण बादल भी छंट गए हैं। मौसम विज्ञानियों (meteorologists) के मुताबिक बादल छंटने और हवाओं का रुख उत्तरी होने के कारण न्यूनतम तापमान (minimum temperature) में कमी आने लगी है। इसी के असर से बुधवार को राजधानी के न्यूनतम तापमान में एक डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की गई। उधर, बादलों के छंट जाने से आसमान भी अब साफ हो गया है।
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वरिष्ठ मौसम विज्ञानी पी.के. साहा ने बताया कि उत्तर भारत के हिमालय क्षेत्र में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ अब समाप्त हो गया है। उसके प्रभाव से दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर बना प्रेरित चक्रवात भी आगे बढ़कर दक्षिणी गुजरात पर सक्रिय हो गया है। जिसके चलते हवाओं का रुख बदलकर उत्तरी एवं उत्तर-पूर्वी हो गया है। हवाओं का पैटर्न अधिकतर उत्तरी बना रहने से वातावरण में ठंडक बढ़ने लगी है। हवाओं में नमी नहीं रहने के कारण बादल भी छंट गए हैं। साहा ने बताया कि मंगलवार को शहर का न्यूनतम तापमान 14.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। जो सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस अधिक था। बुधवार को रात का तापमान 13 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। जो मंगलवार के मुकाबले एक डिग्री सेल्सियस कम रहा। मंगलवार को भोपाल में अधिकतम तापमान 28.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो सामान्य रहा। साहा के मुताबिक बुधवार को सर्द हवाएं चलने के कारण दिन के तापमान में कुछ गिरावट दर्ज हो सकती है। उधर, गुरुवार को एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत के हिमालय क्षेत्र में प्रवेश करने की संभावना है। इसके प्रभाव से शुक्रवार को पूर्वी मध्यप्रदेश के रीवा, शहडोल, जबलपुर संभागों के जिलों में कहीं-कहीं बौछारें पड़ सकती हैं।
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