उज्जैन। पाँच साल होने को है, अब तक गया कोठा के जीर्णोद्धार के निर्माण कार्य का काम अब तक पूरा नहीं हो पाया है। सरकार द्वारा बजट नहीं भेजे जाने के चलते काम पिछले 1 साल से रुका पड़ा है। जनप्रतिनिधि भी चि_ी लिख रहे हैं लेकिन इसका कोई असर सरकार पर नहीं। खाक चौक चौराहे के पास स्थित गया कोटा पित्र तर्पण के लिए महत्वपूर्ण धार्मिक स्थानों में से एक है। श्राद्ध श्पक्ष के समय यहां पूरे देश के लोग तर्पण पिंडदान करने आते हैं। इसी धार्मिक महत्व को देखते हुए वर्ष 2018 में सरकार के धर्मस्व विभाग उन्हें 10 करोड़ 63 लाख रुपए की मंजूरी दी थी, जिसमें से 4 करोड़ रुपए का बजट ही अभी तक हाऊसिंग बोर्ड को मिला है और चार करोड़ का काम हाउसिंग बोर्ड द्वारा करवा लिया गया है। वर्तमान में गया कोटा के आसपास पत्थरों की बाउंड्री वाल और सभा भवन बनाया गया है।
अभी कुंड का और आसपास के सुंदरीकरण का काम बाकी है, इसमें 5 करोड़ रुपए और लगेंगे कोरोना को निपटे 1 साल बीत गया है इस काम को चालू करने के लिए विभागीय अधिकारियों एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी प्रयास किया। विधायक पारस जैन ने बजट भेजने के लिए धर्मस्व विभाग को पत्र भी लिखा है लेकिन अभी तक बजट नहीं आया है। ऐसे में गया कोठा का निर्माण कार्य लगभग 1 साल से रुका पड़ा है। हालत यह है कि जो बाउंड्री वाल और इमारत हाउसिंग बोर्ड द्वारा बनाई गई है। उसके आसपास झाडिय़ां उगने लगी है अब जब बजट की मंजूरी होगी तब ही यह काम शुरू हो पाएगा। ठेकेदार ने भी कुछ दिनों पहले हाउसिंग बोर्ड को लिखकर दे दिया है। बिना पैसे के काम नहीं हो पाएगा, ऐसे में बेबस हाउसिंग बोर्ड धर्मस्व मंत्रालय से पत्र व्यवहार कर रहा है और भोपाल चर्चा भी चल रही है। लेकिन उसका कोई परिणाम सामने नहीं आ रहा है। ऐसे में यह काम पूरा कब होगा यह नहीं कहा जा सकता है। वर्ष 2018 में तत्कालीन धर्मस्व मंत्री यशोधरा राजे ने इस कार्य का भूमिपूजन किया था। अब वर्तमान में धर्मस्व मंत्री उषा ठाकुर हैं, उन्हें भी यह बात बताई गई है लेकिन वे भी बजट नहीं होने की बात कहती है।
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