नई दिल्ली: रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) के लिए इस साल 28 अगस्त (28 august) की तारीख काफी महत्वपूर्ण होने वाली है. कंपनी के चेयरमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) उस दिन कोई बड़ा ऐलान कर सकते हैं, क्योंकि उस दिन कंपनी की एनुअल जनरल मीटिंग (एजीएम) है. इतना ही नहीं मुकेश अंबानी का अपने पिता धीरू भाई अंबानी (Dhiru Bhai Ambani) की तरह रिकॉर्ड रहा है कि वह कंपनी से जुड़ी बड़ी घोषणाएं एजीएम (AGM) में ही करते हैं. कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बार रिलायंस ग्रुप की एक नई कंपनी ‘जियो फाइनेंशियल सर्विसेस’ (Jio Financial Services) को बाजार में लिस्ट कराने से जुड़ी डिटेल्स वो लोगों के सामने रख सकते हैं.
मुकेश अंबानी ने इससे पहले रिलायंस जियो, रिलायंस जियो फोन, जियो फाइबर जैसी कई बड़ी घोषणाएं कंपनी की एजीएम में ही की थीं. अगर इस बार जियो फाइनेंशियल सर्विसेस के शेयर्स लिस्ट कराने से जुड़ी डिटेल एजीएम में शेयर की जाती है, तो ये पहला मौका होगा जब मुकेश अंबानी के नेतृत्व में रिलायंस ग्रुप की कोई नई कंपनी शेयर मार्केट में लिस्ट होगी.
जियो फाइनेंशियल सर्विसेस (जेएफएस) लिस्ट होने के बाद देश की सबसे बड़ी नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी होगी. वहीं रिलायंस ग्रुप के लिए ये कंपनी नई मार्केट वैल्यूएशन को अनलॉक करेगी. हाल में जब कंपनी ने अपने वित्त वर्ष 2022-23 के वार्षिक परिणामों की घोषणा की थी, तब मुकेश अंबानी ने एक बयान में कहा था, ‘नई कंपनी शेयर होल्डर्स के लिए वैल्यू अनलॉक करेगी. वहीं उन्हें नए प्लेटफॉर्म के माध्यम से ग्रोथ करने का मौका भी देगी.’
इस साल सिर्फ रिलायंस इंडस्ट्रीज को ही जियो फाइनेंशियल सर्विसेस के लिस्ट होने का इंतजार है. बल्कि शेयर मार्केट भी 28 अगस्त का इंतजार बेसब्री से कर रहा है. मार्केट एक्सपर्ट्स जानना चाहते हैं कि मुकेश अंबानी जेएफएस के लिए क्या रणनीति बनाते हैं. क्या ये रणनीति भी जियो इंफोकॉम और रिलायंस रिटेल की तरह मार्केट में दबदबा बनाने वाली होगी?
रिलायंस इंडस्ट्रीज अपनी रिलायंस स्ट्रेटेजिक इंडस्ट्रीज लिमिटेड कंपनी को लिस्ट कराने जा रहा है, जिसका नाम बदलकर अब जियो फाइनेंशियल सर्विसेस हो जाएगा. नई कंपनी का मार्केट वैल्यूएशन 20 अरब डॉलर (करीब 1.65 लाख करोड़ रुपये) आंका गया है. नई कंपनी के पास रिलायंस इंडस्ट्रीज की 6.1 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved