नई दिल्ली । देश में कोरोना वायरस और उसकी रोकथाम के लिए लगाए गए लॉकडाउन की वजह से इस साल पहली तिमाही में GDP में 23.9% की कमी आई है. वर्ष 2019-20 की पहली तिमाही में GDP रेट 5.2% थी. केंद्र सरकार की ओर से यह जवाब संसद में सामने आया है ।
दरअसल, संसद की कार्यवाही के दौरान लोकसभा में सांसद एस जगतरक्षकन, राजीव रंजन सिंह, एकेपी चिनराज, कौशलेंद्र कुमार और के मुरीलधरन ने सरकार से पूछा कि क्या सरकार ने GDP को लेकर नोटबंदी और कोविड-19 के प्रभाव का आकलन किया है. इस सवाल का जवाब देते हुए सांख्यिकी मंत्री राव इंद्रजीत सिंह यह जानकारी दी है ।
केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने आगे बताया है कि वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही में कोरोना वायरस के कारण माइनिंग, मैन्युफैक्चरिंग, कंस्ट्रक्शन, होटल इंडस्ट्री, ट्रांसपोर्ट, सर्विस सेक्टर आदि में तेज गिरावट दर्ज की गई. केवल एग्रीकल्चर, फॉरेस्ट्री और मछली पालन के क्षेत्र में पहली तिमाही में तेजी देखी गई. इस वजह से GDP में गिरावट आई.
राव इंद्रजीत सिंह बताया कि अब केंद्र सरकार अर्थव्यवस्था को सही दिशा में लाने के लिए कई उपाय कर रही है, इनमें लोगों के बैंक अकाउंट में सीधे कैश ट्रांसफर, कोरोना से प्रभावित लोगों की आर्थिक मदद, मनरेगा के तहत काम करने वाले लोगों की मजदूरी में वृद्धि और कंस्ट्रक्शन वर्क में लगे मजदूरों को सहायता उपलब्ध कराना शामिल है. उन्होंने कहा कि स्व सहायता समूहों के लिए आसान कर्ज, EPF के अंशदान में कमी, प्रवासी मजदूरों के लिए नौकरी, रेहड़ी पटरी वालों के लिए आसान लोन का सुविधा और अत्मनिर्भर पैकेज जैसे कई कदम उठाए गए हैं.
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