नई दिल्ली। टीएमसी नेता रिजू दत्ता के बाद अब कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीन दिवसीय अमेरिका यात्रा पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने शुक्रवार को ट्वीट किया कि- ‘मुझे जहां तक जानकारी है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोवैक्सीन लगवाई थी जो अमेरिका में स्वीकृत नहीं है। क्या उन्होंने कोई और टीका लिया है या फिर अमेरिकी प्रशासन की ओर से उन्हें विशेष छूट दी गई है।’
दिग्विजय सिंह ने आगे लिखा है कि देश यह जानना चाहता है कि कोवैक्सीन लगवाने वाले प्रधानमंत्री मोदी को अमेरिका में इजाजत कैसे मिल गई।
करदाताओं के लिए ही हैं सारे नियम?
इससे पहले रिजू दत्ता ने बुधवार को ट्वीट किया था कि पीएम मोदी को अमेरिका जाने की अनुमति कैसे मिली। क्योंकि अमेरिका ने अभी तक भारत में निर्मित कोवैक्सीन को मान्यता नहीं दी है। इस मामले में उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर से जवाब मांगा था। उन्होंने पूछा था कि क्या सारे नियम करदाताओं के लिए ही हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने नहीं दी है मान्यता
बता दें, भारत में निर्मित कोवैक्सीन को अभी तक न तो विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपनी मान्यता दी है और न ही अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से इसे मान्यता मिली है। हालांकि, कोवैक्सीन को मान्यता देने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से पांच अक्तूबर को एक बैठक प्रस्तावित है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
भारत बायोटेक की कोवैक्सीन लेने के बाद भी अमेरिका यात्रा पर गए प्रधानमंत्री को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। ऐसे में अंतरराष्ट्रीय मामलों से जुड़े एक विशेषज्ञ का कहना है कि वैक्सीन का मामला केवल भारत से जुड़ा नहीं है। यह दुनिया के कई देशों से जुड़ा है। हर देश के पास वह वैक्सीन उपलब्ध नहीं हो सकती, जिसे अमेरिका में मान्यता मिली हो। ऐसे में जब भी विदेशी दौरे होते हैं तो राजनयिकों को विशेष रियायत दी जाती है।
कई भारतीय असमंजस में
भले ही विदेशी दौरों में राजनयिकों को विशेष रियायत दी जाती हो, लेकिन सवाल उन आम नागरिकों को लेकर है जिन्होंने कोवैक्सीन के दोनों डोज ले लिए हैं। अमेरिका में उच्च शिक्षा प्राप्त करने की इच्छा रखने वाली एक भारतीय महिला ने बताया कि उन्हें वाशिंगटन यूनिवर्सिटी में कोर्स मिल गया है। लेकिन समस्या यह है कि उन्होंने कोवैक्सीन के दोनों डोज लिए हैं, जिसे अमेरिका में मान्यता नहीं है। ऐसे में वह अमेरिका जा पाएंगी या नहीं इसको लेकर सवाल खड़ा है।
33 देशों के लिए अमेरिका खोल रहा दरवाजे
लंबे प्रतिबंध के बाद अमेरिका 33 देशों के लिए अपने दरवाजे खोलने जा रहा है। इसमें भारत भी शामिल है। मिली जानकारी के अनुसार नवंबर से विदेशी यात्रियों को अमेरिका जाने की अनुमति होगी। लेकिन सवाल यह है कि मान्यता न मिलने के बाद कोवैक्सीन लगवा चुके नागरिकों का क्या होगा। क्या अमेरिका की सरकार उन्हें मान्यता देगी।
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