इंदौर (Indore)। जिला प्रशासन शहर में यातायात सुधार की दृष्टिसे दो बड़े काम कर रहा है एक तो शहर की इमारतों के बेसमेंट पार्किंग को खाली कराना और दूसरी ओर सड़कों पर से अतिक्रमण हटाना। कल प्रशासान और निगम के अधिकारी मालवा मिल क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने पहुंचे थे। यहां खड़े ठेेलों को जब्त किया गया और दुकानों केबाहर का सामान भी उठा लिया गया, लेकिन जैसे ही निगम की गैंग यहां से रवाना हुई शाम को फिर ठेले वाले आकर जम गए।
नगर निगम द्वारा मालवा मिल चौराहे को जोड़ने वाली सड़कों पर कल कार्रवाई की गई। यहां राजकुमार ब्रिज से मालवा मिल, पाटनीपुरा से मालवा मिल और बुधवारिया चौराहा से मालवा मिल के बीच कार्रवाई कर कई ठेलों को जब्त किया गया जो बीच सड़क पर खड़े थे। हालांकि इनमें से अधिकांश ठेले भाजपा और कांग्रेस नेताओं के समर्थकों के हैं। इन्हीं के दबाव में आकर पिछले दिनों यहां से निगम ने तीन सड़कों की ओर मुड़ने वाले लैफ्ट टर्न को तोड़ दिया था।
उस समय कारण बताया गया कि इससे यातायात प्रभावित हो रहा है, लेकिन इनकी जगह ठेले वालों ने ली। हालांकि निगम इन ठेले वालों को राजकुमार ब्रिज के नीचे बोगदे में जगह दे चुका है, लेकिन अधिकांश लेागों ने वहां किराये से अपनी जगह दे दी और पुरानी जगह पर ठेला लगाने आ गए। कल जब नगर निगम ने कार्रवाई की तो नेताओं के फोन अधिकारियों के पास घनघनाने लगे, लेकिन निगम की रिमूवल टीम ने स्पष्ट कह दिया कि यह कार्रवाई जिला प्रशासन के कहने पर हो रही है, इसलिए वे इस मामले में कोई मदद नहीं कर सकते। हालांकि शाम को फिर यहां यातायात जाम होने लगा।
लैफ्ट टर्न के पीछे लगा रहता है शराबियों का जमावड़ा
मालवा मिल चौराहे पर देसी शराब की दुकान है। यहां दिनभर शराबियों का जमावड़ा लगा रहता है। यहां तीन ओर से निगम ने लैफ्ट टर्न तो तोड़ दिए, लेकिन शराब दुकान के बाहर का लैफ्ट टर्न नहीं तोड़ा। इस टर्न पर शराबियों के वाहन खड़े हो जाते हैं और शराबी इसी की आड़ में खड़े रहकर शराबखोरी करते हैं। कहने को यहां चंद कदम दूर पर ही पुलिस चौकी है, लेकिन पुलिस भी यहां से सब देखते रहती है। शराबियों के वाहन सड़क पर होने के कारण कई बार यहां जाम की स्थिति निर्मित हो जाती है और लोग परेशान होते रहते हैं।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved