उज्जैन। सोमवार को निगमायुक्त दोपहर में अचानक रामघाट क्षेत्र का निरीक्षण करने पहुंच गये। कई जगह उन्हें घाटों पर गदंगी दिखाई दी। आसपास दुकानों का सामान भी फैला हुआ था। इस पर उन्होनें नाराजगी जताई। उल्लखेनीय है कि स्नान पर्वो के अलावा आम दिनों में भी रोजाना श्रद्धालु रामघाट सहित शिप्रा के घाटों पर पहुंचते है। परंतु रामघाट पर हमेशा श्रद्धालु अधिक आते है। यहीं कारण था कि सोमवार को अचानक यहां निगमायुक्त अंशुल गुप्ता अपर आयुक्त मनोज पाठक के साथ पहुंच गये। उन्होनें घाट की सफाई व्यवस्था देखी। कई जगह उन्हें घाटों पर गंदगी दिखाई दी। इस पर उन्होनें कहा कि रामघाट एवं इसके आसपास के क्षेत्रों में दिन प्रतिदिन बाहर से श्रद्धालुजन शहर में आते हैं, श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए रामघाट एवं आसपास के क्षेत्रों पर आवश्यक व्यवस्थाएं होना चाहिए। जिससे यात्रियों को किसी भी प्रकार की समस्या ना हो।
रामघाट की ओर आने वाले मार्ग पर दुकानदारों द्वारा अपनी दुकानों के बाहर रोड़ पर सामग्री रखते हुए अक्रिमण कर रखा जिससे आवागमन में समस्या होती है। सभी दुकानदरों को दुकानों का सामान अंदर रखने की समझाईश देने का आदेश निगमायुक्त ने अधीनस्थ अधिकारियों को दिया। उन्होनें घाट पर फिसलन ना हो इसके लिए समय-समय पर घाट की सफाई एवं धुलवाई करने तथा घाट के आसपास स्वच्छता के संदेश लिखवाने के लिए कहा। घाट पर कार्यरत सफाई अमले को आयुक्त ने निर्देश दिये कि वेश्रद्धालुओं को समझाईश दे कि निर्माल्य सामग्री को नदी में ना डालते हुए निर्माल्य कुंड में ही विसर्जित करें। यदि समझाईश के बाद भी नागरिकों द्वारा गंदगी फैलाई जाती है या दुकानदरों द्वारा अपनी दुकान के बाहर सामान रख कर अक्रिमण करते है तो उनके विरूद्ध कार्रवाई की जाये।
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