- निगम कर्मी जुटे त्यौहार पर सफाई करने
उज्जैन। दीपावली के दूसरे दिन 250 टन से ज्यादा कचरा उज्जैन शहर में निकला है। जबकि सामान्य दिनों में 180 से 200 टन गिला और सूखा तक कचरा शहर में निकलता है। उल्लेखनीय है कि सामान्य दिनों में शहर हररोज 800 टन के आसपास कचरा निकलता है। लेकिन, दीपावली के त्योहार से पहले कचरे की तादाद बढऩा शुरू हो जाती है।
हालंकि, पिछले सालों में अभी तक दीपावली के पहले एक दिन में अधिकतम कचरा 400 टन के पार नहीं गया है। नगर निगम स्वास्थ्य विभाग के रिकॉर्ड के मुताबिक शहर के हर घर से कचरा उठाने, कचरा जलाने पर सख्ती और सफाई के लिए विशेष अभियान चलाने के कारण इस बार कचरे सामान्य दिनों के मुकाबले ज्यादा निकल रहा है। शहर में सबसे ज्यादा कचरा दीपावली के दिन निकलता है। रात में सड़कों पर पटाखे, पॉलिथीन का कचरा बिखरा पड़ा था, लेकिन दूसरे दिन शुक्रवार को ये सब कचरा शहरवासियों को नजर नहीं आया। तड़के चार बजे से नगर निगम और सहयोगी संस्थाओं के सफाई अमले ने व्यवस्था संभाली और सुबह तक पूरा शहर साफ कर दिया। दीपावली के दूसरे दिन अफसरों ने पहले शहर की प्रमुख सड़कों को साफ कराया। प्रमुख रोड और चौराहों पर सुबह चार बजे ही साफ हो चुका था और वहां नगर निगम के वाहन पानी का छिड़काव कर रहे थे। शहर की गलियां भी सुबह आठ बजे से पहले साफ हो गई थी। शहर सुबह 9 बजे तक पूरी तरह साफ हो चुका था। उज्जैन शहर में सामान्य तौर पर 230 से 235 टन कचरा रोज निकलता है लेकिन जैसे ही 3 नवंबर से नवरात्रि का पर्व शुरू हुआ और लोगों ने घरों तथा दुकानों में साफ सफाई शुरू की, उसके बाद से अधिक कचरा निकालना शुरू हो गया। नगर निगम से प्राप्त जानकारी के अनुसार 3 नवंबर से प्रतिदिन 30 से 32 टन कचरा रोज अधिक निकला। औसत 30 टन कचरा अधिक निकला नवरात्रि 3 नवंबर से शुरू हुई तब से कचरा की आवाज अधिक शुरू हो गई थी और दीपावली के 1 दिन पहले 30 अक्टूबर तक शहर में साफ सफाई का दौर चलता रहा और कचरा खूब निकला पूरे महीने में 800 टन कचरा अधिक निकला है इसका निस्तारण गोंदिया ट्रेंचिंग ग्राउंड में किया जाता है।