- आरोपी बोले दिमांग मत खराब कर, पैसे कैसे देगा बता, नहीं तो गोली मार दूंगा
भोपाल। राजधानी के पिपलानी इलाके का कुख्यात बदमाश व दो साथियों ने तीन दिन पहले एक ठेकेदार को उसके ऑफिस के बाहर घेर लिया। बदमाशों ने उसे गालियां दी और जबरन उसी की कार में बैठा लिया। यहां बदमाशों ने एक पुराने लेन-देन का हवाला देते हुए ठेकेदार को चांटे जड़े। तीस लाख रुपए देने की अड़ीबाजी की। एक बदमाश ने कहा कि रकम कब और कैसे देगा बता दे नहीं तो गाली मार दूंगा। बाद में आरोपी कॉल कर उसे धमकाते रहे। ठेकेदार ने सोमवार की रात को थाने पहुंचकर प्रकरण दर्ज कर लिया है। पुलिस ने रंगदारी मांगने व धमकाने सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज कर लिया है। घटना की जांच की जा रही है। आरोपियों की फिलहाल गिरफ्तारी नहीं की जा सकी है।
एएसआई मनोज सिंह ने बताया कि दीपेंद्र सिंह (49) निवासी भरत नगर ठेकेदारी करते हैं। घर के पास ही योगाकेंद्र के पास उनका दफ्तर है। बीती 14 जनवरी को उनके घर आरोपी बसंत पावसे,सचिन प्यासी तथा यादव नाम का व्याक्ति आया। आरोपियों ने गेट को नॉक करने के बाद में दीपेंद्र के संबंध में पूछा। घर वालों ने उनके ऑफिस में होने की जानकारी दी। आरोपियों ने यहीं से ऑफिस का एड्रेस लिया और वहां चले गए। इंतेजार करने के बाद उन्हें दीपेंद्र बाहर आते दिखे। आरोपियों ने उन्हें रोक लिया। गालियां देने लगे तथा, जान से मारने की धमकी दी। दीपेंद्र को उन्ही की कार में जबरन बैठाया और तीस लाख रुपए देने की मांग की। फरियादी ने रकम मांगने की वजह पूछी। तब आरोपियों ने हवाला दिया कि वर्ष 2009 में इंदौर के एक युवक से तुमने तीस लाख रुपए लिए थे, जो नहीं लौटाए हैं। यही रकम हमें चाहिये। दीपेंद्र ने पुलिस को बताया कि उक्त रकम उसने इंदौर में रहने वाले अपने दोस्त से ली थी। जो महज 6 महीने बाद लौटा भी दी थी। आरोपियों को इस लेन-देन के संबंध मेें कैसे जानकारी मिली, वह क्यों इस रकम का हवाला देकर अड़ीबाजी कर कर रहे हैं, उन्हें नहीं पता। दीपेंद्र की शिकायत पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि सचिन प्यासी पिपलानी का लिस्टेड गुंडा है। अपराध दर्ज कर तीनों आरोपियों की तलाश शुरु कर दी है।