उज्जैन। रेलवे स्टेशन क्षेत्र में रेलवे की ओर से बनाए गए सार्वजनिक डीलक्स शौचालय में लोगों से निर्धारित से ज्यादा राशि वसूली जा रही है। यानि यहाँ लोग नहाने और फ्रेश होने के 5 की जगह 20 रुपए तक चुका रहे हैं। हैरानी की बात है कि लाखों रुपए की लागत से बनाए गए इन शौचालयों में रेलवे के अफसर रेट लिस्ट तक नहीं लगवा पाए हैं। जिसका फायदा ठेकेदार उठा रहा हैं।
उल्लेखनीय है कि एक तरफ जहाँ रेलवे प्रशासन डीलक्स शौचालय बनाकर आमजन को सुविधाएँ दे रही है, वहीं दूसरी तरफ ठेकेदार लोगों का मजबूरी का फायदा उठाकर उनसे दोगुनी वसूली करने में लगे है। अग्रिबाण ने उज्जैन रेलवे स्टेशन के बाहर बनी डीलक्स शौचालय की हकीकत जानी तो पता चला कि यहां सुविधा देने के नाम पर यात्रियों से दो से तीन गुना वसूली की जा रही है। आलम यह है कि रेलवे के अनुबंध में उक्त डीलक्स शौचालय में नहाने और फ्रेश होने के 5 निर्धारित किए गए हैं, लेकिन ठेकेदार यात्रियों से 20 रुपए तक ले रहा है। हाल ही में इस मामले में एक शिकायत रतलाम डीआरएम को हुई है। शिकायत में बताया जा रहा है कि उज्जैन रेलवे विभाग के अधिकारी भी ठेकेदार की ज्यादा राशि की वसूली से वाकिफ हैं लेकिन कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। सूत्रों की माने तो रोजाना करीब पांच हजार लोग इस डीलक्स शौचालय का उपयोग करते हैं। ऐसे में प्रति व्यक्ति 20 रुपए के हिसाब से ठेकेदार रोजाना एक लाख रु की अवैध वसूली कर रहा है। जिसे रोकने टोकने वाला कोई नहीं है।
रेट लिस्ट पर यह है कीमत
रेलवे द्वारा बनाए गए इस डीलक्स शौचालय में अनुबंध की रेट लिस्ट में पेशाब के 1 रुपए, स्नान के 5 रुपए और स्पेशल के 10 रुपए तय हुए हैं लेकिन इनसे दोगुना चार्ज आमजन से लिया जाता है। इसको लेकर आए दिन यहाँ ठेकेदार के कर्मचारियों से यात्रियों की बहस होती है। ऐसे में रेलवे प्रशासन को चाहिए कि वे इस डीलक्स शौचालय में निर्धारित दर की सूची लगाए और साथ ही उक्त ठेकेदार को पाबंद किया जाना चाहिए ताकि यात्रियों से ठगी नहीं हो।
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