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उज्जैन। नगर निगम की लापरवाही से कारण तरण ताल का निर्माण अटका हुआ हैं। निर्माण में देरी के चलते स्वीमिंग पूल की सुविधा इस साल भी शहरवासियों को मिल सकेंगी इसकी उम्मीद नहीं दिख रही हैं।
बता दें कि कालिदास अकादमी के सामने बना तरणताल शहर का सबसे बड़ा और सुविधायुक्त स्वीमिंग पूल था लेकिन अनदेखी के चलते यह लंबे समय से बंद पड़ा है। नगर निगम द्वारा इसे और सुविधायुक्त व आधुनिक बनाने के लिए करीब 3 करोड़ रुपए की लागत से नवनिर्माण की योजना तैयार की गई थी। इस विकास योजना के अंतर्गत इसकी लंबाई 50 मीटर कर ओलंपिक आकार का बनाया जाना है। साथ ही तैराकों के लिए अन्य सुविधाएँ भी विकसित की जाएँगी। जाहिर है कि जनसुविधा बढ़ाने के उद्देश्य से तरणताल विकास का प्रोजेक्ट तैयार किया गया था लेकिन नगर निगम के अधिकारियों की लापरवाही ने विकास के नाम पर लोगों से पुरानी सुविधा ही छीन ली है। हालात यह है कि साल 2022 में इसका निर्माण शुरू किया गया था जो दो साल में पूरे होना था, लेकिन यह अभी तक पूरा नहीं हो पाया है। ऐसे में पिछले चार सालों से शहर के लोग इसका लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। हालांकि नगर निगम ने निर्माण में हो रही देरी में सुधार नहीं किया है। निगम अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक प्रोजेक्ट में फिल्टर और पंपिंग व्यवस्था के लिए टेंडर बुलाए गए हैं। ऐसे में स्वीमिंग पूल के पूर्ण निर्माण में 2 साल का समय और लगेगा।
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