जबलपुर। केंद्र सरकार व राज्य सरकार की मंशा अनुसार 2022 तक सभी को आवास दिलाने का लक्ष्य रखा गया हैं। जिसके अनुरूप शहर में रांझी मोहनिया, तेवर, कुदवारी, परसवारा सहित तिलहरी में आवास योजना के कार्य जारी हैं। करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद अभी भी गरीबों का सपना पूरा नहीं हो पा रहा हैं। वहीं दूसरी तरफ नगर निगम के उदासीन रवैये के कारण लोग आवास की बुकिंग करने से भी घबरा रहे हैं। साथ ही जिन्हे आवास मिले वह रहने में भी संकोच कर रहे हैं। रांझी मोहनिया स्थित आवासों में 10 मकान मालिकों को आवास की चाबी दी जा चुकी हैं। जिन्हें बकायदा गृह प्रवेश भी कराया गया।
लेकिन वह अब भी नगर निगम द्वारा की गई व्यवस्था से नाखुश हैं। वहीं सूत्र बताते है आवास के पास बेहतर सड़क के अभाव के कारण लोग मोहनिया स्थित आवास लेने में दिलचस्पी नहीं दिखाते हैं। जिसके कारण योजना के लाभान्वित हितग्राही फायदा नहीं ले पा रहे। साथ ही अभी तक न ही बिजली, पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं को उपलब्ध कराया गया हैं। अभी तक सभी कार्य अस्थाई रूप से हितग्राहियों को उपलब्ध कराया जा रहा हैं। जिसके कारण बनकर तैयार आवासों में भी ताले लटके हुए हैं।
4 साल में भी पूरा नहीं हो सका निर्माण कार्य
गौरतलब है की मोहनिया स्थित पीएम आवास योजना का कार्य 2017 से जारी हैं। लेकिन 4 साल बीत जाने के बाद भी अभी तक परियोजना में गति के पंख लग नही पा रहे हैं। वहीं भूमिपूजन के दौरान निवर्तमान महापौर स्वाति गोडबोले द्वारा सुव्यवस्थित पार्किंग, चौड़ी स्मार्ट सड़क, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स सहित लिफ्ट लगाने तक की बात कही गई थी। लेकिन अभी तक एक भी योजना का लाभ लोगो को नही मिल पा रहा।
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