नई दिल्ली: भारत के ग्राहक जो फ्री में सामान पाने के लिए हमेशा लालायित रहते हैं, लेकिन ऐसा क्या हुआ कि कंपनी के फ्री में सामान देने पर अब लोग भड़क उठे. बैंगलोर के प्रोडक्ट डिजाइनर रामानुजन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (टि्वटर) पर एक पोस्ट लिखकर कंपनी के फ्री में सामान डिलीवर करने की आलोचना की और कहा कि यह कंपनियों का जाल है, जिसमें ज्यादातर कस्टमर फंस जाते हैं. आखिर ऐसा हुआ क्या जो इस कस्टमर ने फ्री सामान देने पर भी तंज कसा.
यह मामला है बैंगलोर का जहां एक व्यक्ति ने स्विगी के फास्ट डिलीवरी ऑप्शन इंस्टामार्ट से अपने किए अंडे ऑर्डर किए थे. ग्राहक ने एक्स पर डाली अपनी पोस्ट में लिखा कि उसके ऑर्डर के साथ कंपनी की ओर से 500 ग्राम टमाटर फ्री में भेजे गए. ऑर्डर करते समय हमारे पास इसे डिलीट करने या फ्री टमाटर को ऑर्डर बॉस्केट से हटाने का कोई विकल्प नहीं था. कंपनी ने इसे हटाने का कोई ऑप्शन ही नहीं दिया, जिसका मतलब है कि ग्राहक को यह मुफ्त का सामान लेना पड़ेगा.
ग्राहक सोशल मीडिया पर लिखा, ‘इंस्टामार्ट का यह काफी खराब डिजाइन है. इस पर आइटम अपने आप आपके कार्ट में शामिल हो जाते हैं और उन्हें रिमूव करने का ऑप्शन भी नहीं मिलता. मेरे कार्ट में टमाटर अपने आप ऐड हो गए, जो मुझे नहीं चाहिए. हालांकि, कंपनी ने यह प्रोडक्ट पूरी तरह फ्री दिया है लेकिन यह कंपनी का डार्क पैटर्न है, जो ग्राहकों को फंसाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है.’
रामानुजन के सोशल मीडिया पोस्ट पर करीब 70 हजार यूजर्स ने रिएक्शन दिया. इसमें से ज्यादातर लोग रामानुजन की बात से सहमत नजर आए. उनका कहना था कि कंपनी भले ही कोई प्रोडक्ट फ्री में दे रही है, लेकिन उसे ग्राहक को यह ऑप्शन देना होगा कि वे इसे वैकल्पिक तौर पर स्वीकार कर सकते हैं. एक यूजर ने लिखा, ‘मैं यह समझने की कोशिश कर रहा हूं कि क्या फ्री में सामान मिलना अच्छा होता है. मुझे लग रहा कि यह कंपनी का एक डार्क पैटर्न है. यह समझ से परे है कि आखिर इस फ्री वाले प्रोडक्ट को रिमूव क्यों नहीं कर सकते हैं.’
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