इन्दौर (Indore)। रिश्वत देने जब ठेकेदार पहुंचा तो सीएमओ सीएम की वीसी में बैठा था, जबकि बाबू ने उसे फोन किया तो बोला कि जो सामान लाए हैं रख लो। इस पर उसने पैसे रख लिए। लोकायुक्त ने पहले बाबू और फिर वीसी खत्म होने पर सीएमओ को पकड़ लिया। पकड़ाया सीएमओ इंदौर का निवासी है।
लोकायुक्त पुलिस के अनुसार खंडवा निवासी राहुल बोरासी ने शिकायत की थी कि उसकी कंस्ट्रशन कंपनी है। उसने हरसूद में टीनशेड निर्माण और पेवर ब्लॉक का चार लाख का काम किया था। इसका बिल पास करने के लिए सीएमओ मिलन पटेल, बाबू अमित नामदेव ढाई प्रतिशत कमीशन मांग रहे हैं। वे दस हजार की मांग कर रहे हैं और पांच हजार पहले और पांच हजार बिल पास होने की बात कह रहे हैं।
इस पर पुलिस ने फरियादी के माध्यम से रिकार्डिंग की और फिर टीम ट्रैप के लिए खंडवा पहुंची। जब फरियादी वहां पहुंचा और बाबू को फोन लगाया तो उसने कहा कि साहब से बात कर बताता हूं। सीएमओ साहब सीएम की वीसी में बैठे थे। उन्होंने उससे कहा कि वे जो सामान लेकर आए हंै, वह रख लो। इस पर उसने कम्यूटर आपरेटर पीयूष को कहा कि साहब ने बोला है, जो सामान लाए हैं, वह रख लो। इस पर उसने पांच हजार की रिश्वत की राशि ले ली। जैसे ही उसने राशि ली, टीम ने उसे दबोच लिया और थाने ले गई। इसके बाद जैसे ही वीसी खत्म होने पर सीएमओ और बाबू बाहर आए। उनको भी पकड़ लिया गया। तीनों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। बताते है कि सीएमओ इंदौर के सुखलिया का रहने वाला है और चार साल पहले ही सीएमओ बना है, लेकिन शुरू से ही वह विभाग में चर्चित है।
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