भोपाल। आबकारी विभाग के अधिकारी मुख्यमंत्री के सामने अपने नंबर बढ़वाने के लिए बार-बार शराब की नई दुकानें खोलने का प्रस्ताव लेकर आ आते हैं। जबकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कई बार यह ऐलान कर चुके हैं कि उनके मुख्यमंत्री रहते प्रदेश में शराब की एक भी नई दुकानें नहीं खुलने दी जाएगी। प्रदेश में उज्जैन और मुरैना में जहरीली शराब से 40 से ज्यादा मौतें होने के बाद अधिकारी अब अवैध शराब की विक्री रोकने और राजस्व बढ़ाने का हवाला देकर नई शराब दुकानें खोलने का प्रस्ताव फिर लेकर आ गए हैं। हालांकि आबकारी विभाग के नई शराब दुकानें खोलने के प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री ने विस्तार से चर्चा नहीं की है। विभागीय सूत्रों ने बताया कि जल्द ही इस संबंध में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से चर्चा की जाएगी। यदि उन्होंने इस प्रस्ताव को मंजूरी दी तो फिर प्रदेश में 1 अप्रैल से शराब दुकानों की संख्या बढ़कर दोगुनी हो सकती है। वर्तमान में प्रदेश में देसी शराब की दुकानों की संख्या 2541 है। जबकि विदेशी शराब 1070 हैं। अधिकारी ग्रामीण क्षेत्र में देसी शराब दुकानों की संख्या दोगुनी करने के पक्ष में है। जबकि शहरी क्षेत्र में भी शराब दुकानेां की संख्या बढ़ाने का प्रस्ताव है। अफसरों ने प्रस्ताव में तर्क दिया है कि राजस्थान में एक लाख की आबादी पर 17, महाराष्ट्र में 21 और उत्तर प्रदेश में 12 दुकानें हैं, जबकि मध्यप्रदेश में यह संख्या सिर्फ चार है।
अफसरों का नवाचार नई दुकानें खोलो
आबकारी विभाग के अफसरों ने नई शराब की दुकाने खोलने का प्रस्ताव नवाचार के रूप में पेश किया है। विभाग के अधिकारियों ने तर्क दिया है कि शराब दुकानों की संख्या बढ़ान से अवैध और जहरीली शराब की विक्री पर रोक लगेगी। साथ ही सरकार की कमाई भी बढ़ेगी।
नर्मदा किनारे के गांवों से हटा चुके हैं दुकानें
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वर्ष 2017 में नर्मदा यात्रा की थी। इस दौरान उन्होंने नर्मदा किनारे के गांवों में जितनी भी शराब की दुकानें थीं, उन्हें बंद कराकर तीन किमी दूर दूसरी दुकानों में शिफ्ट करा दिया था।
नई दुकानों को मंजूरी मिलने की संभावना कम
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश में नशे के खिलाफ अभियान चला रहे हैं। वे नशामुक्ति के लिए समाज को आगे आने का आह्ववान कर चुके हैं। ऐसे में इस बात की संभावना बेहद कम है कि वे प्रदेश में शराब की नई दुकानें खोलने के प्रस्ताव को मंजूरी देंगे। शिवराज सिंह चौहान प्रदेश के पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जो बार-बार यह ऐलान कर चुके हैं कि उनके रहते प्रदेश में शराब की नई दुकानें नहीं खुलने दी जाएगीं। साथ ही आंगनवाडिय़ों में भी अंडा नहीं बिकने दिया जाएगा। हालांकि पिछली सरकार ने आंगनवाडिय़ों में अंडा बांटने की तैयारी कर ली थी, लेकिन शिवराज सरकार ने अंडा बांटने का फैसला वापस ले
लिया था।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved