सियागंज क्षेत्र में खुद पहुंचे …गंदगी देखकर अधिकारियों को लगाई लताड़
इंदौर। छह बार स्वच्छता का खिताब जीतने वाले इंदौर शहर के लिए इस बार जहां मुकाबला चुनौतीपूर्ण है, वहीं शहर की हालत यह है कि जगह-जगह गंदगी के ढेर नजर आने लगे हैं। मुख्यमंत्री की चेतावनी के बावूजद अभी तक तो नगर निगम नहीं चेता था, लेकिन आज सुबह महापौर स्वयं गंदगी का नजारा देखने निकले और जिम्मेदार अधिकारियों को फटकार लगाई।
महापौर पुष्यमित्र भार्गव आज सुबह सियागंज क्षेत्र में अचानक सफाई व्यवस्था देखने पहुंच गए। महापौर ने सियागंज क्षेत्र के कई इलाकों का निरीक्षण किया, जिसमें हर जगह गंदगी पसरी मिली, साथ ही अव्यवस्थाएं भी नजर आईं।
महापौर भार्गव ने निरीक्षण के दौरान सार्वजनिक शौचालय और सार्वजनिक मूत्रालय में पर्याप्त सफाई व्यवस्था, क्षेत्र में लगे पानी के प्याऊ, वाटर कूलर के साथ ही जल निकासी की पर्याप्त व्यवस्था करने के निर्देश दिए। गंदगी पसरी देख क्षेत्र में ड्रेनेज लाइन की सफाई और स्टॉर्म वाटर लाइन की सफाई करने के निर्देश भी दिए।
पूरे क्षेत्र में निरीक्षण के दौरान महापौर भार्गव को सियागंज क्षेत्र रेलवे स्टेशन, सडक़ पर कचरा पड़ा नजर आया और गंदगी दिखाई दी, जिस पर वे काफी नाराज हुए। इस दौरान उन्हें कई जगह फुटपाथ पर लगे लिटरबिन टूटे-फूटे मिले। सरवटे बस स्टैंड परिसर के निरीक्षण पर भी कई अनियमितताएं मिलीं, जिसे लेकर भी निर्देश दिए गए। क्षेत्र में दुकानों के बाहर अतिक्रमण की भी कई शिकायतें मिलती रही हैं, जिसके चलते अतिक्रमण करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। महापौर भार्गव ने कहा कि रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड के बाहर इस प्रकार से गंदगी मिलने पर यहां आने वाले यात्रियों का इंदौर की स्वच्छता के प्रति भाव परिवर्तित होता है। इंदौर देश में सबसे स्वच्छ शहर है और यहां की सफाई व्यवस्था में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। महापौर ने सभी अधिकारियों को लगातार मॉनीटरिंग के भी निर्देश दिए। कई दिनों से शहर को कई इलाकों में इसी तरह की अव्यवस्थाओं की शिकायत मिल रही है, जबकि स्वच्छता सर्वेक्षण नजदीक है।
महापौर के साथ स्वास्थ्य प्रभारी अश्विनी शुक्ल, पार्षद पंखूड़ी जैन, अपर आयुक्त सिद्धार्थ जैन, मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अखिलेश उपाध्याय और अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद थे।
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