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शहर बना जंगल, मलेंडी, मानपुर, आशापुरा और बडगोंदा में शेर, बाघ, तेंदुओं का विचरण

October 14, 2024

इन्दौर। पिछले हफ्ते से एक बार फिर महू-मानपुर रेंज के मलेंडी, आशापुरा, बडग़ोंदा वन क्षेत्र में बाघ तेंदुओं की मूवमेंट लगातार नजर आ रही है। वन विभाग ने यहां के सम्बन्धित वन्य इलाके के आसपास के गांवों और बस्तियों को अलर्ट कर दिया है। इधर फॉरेस्ट रेंज अधिकारियों का कहना है कि जब विकास योजनाओं के नाम पर लगातार जंगल कटेंगे तो बाघ, तेंदुए गांव औऱ शहर में घुसेंगे ही, क्योंकि सदियों से यह उनका ही अपना घर है, जिसे आप अब गांव-शहर कहते हो।

वन विभाग मुख्यालय इंदौर के अनुसार महू, मानपुर, चोरल और इन्दौर के लगभग 71 हजार हेक्टेयर में जंगलों में बड़े, मध्यम और छोटे प्रकार के 13 हजार से ज्यादा वन्यप्राणी मौजूद हैं। इदौर वन विभाग के अनुसार इंदौर, महू, मानपुर, चोरल में लगभग 71 हजार हेक्टेयर जंगल है। पिछले 10 सालों में लगभग 1200 हेक्टेयर वन भूमि सरकारी विकास योजनाओं से सम्बंधित प्रोजेक्ट के लिए दी जा चुकी है। इसके अलावा कुछ और योजनाओ के लिए भी जंगल की जमीन की मांग की जा रही है। इस वजह से जंगल लगातार सिकुड़ते जा रहे हैं। यही वजह है कि जंगल मे रहने वाले वन्यप्राणियों का पर्यावरण गड़बड़ा गया है। 13 हजार 60 वन्यजीवो की जिंदगी में खलल बढ़ता जा रहा है।

इंदौर के जंगलो में 5008 वन्यप्राणी
डीएफओ इंदौर ने बताया कि वन विभाग मुख्यालय वाले वन परिक्षेत्र यानी इन्दौर रेंज के जंगलो में 5 तेंदुए, 12 लकड़बग्घे, 4572 मोर, 226 बन्दर, 152 खरगोश, 23 भेडक़ी , 21 सियार मौजूद हैं। इस प्रकार इंदौर वन रेंज में बड़े, मध्यम, छोटे वन्यप्राणियों की संख्या 5008 है। इसके अलावा चोरल, महू, मानपुर में वन्यप्राणियों की संख्या अलग है।


वन विभाग ने अंकित किए… कहां-कितने वन्यप्राणी

रालामण्डल में 348 वन्यप्राणी
इंदौर वन विभाग के मुताबिक रालामण्डल अभयारण्य वन क्षेत्र में 3 तेंदुए, 78 नीलगाय, 6 बार्किंग डियर (भौंकने वाले हिरण), 55 काले हिरण, 22 लकड़बग्घे, 25 लोमड़ी, 75 चीतल, 45 जंगली सूअर, 16 सियार, 5 चिंकारा, 18 बिलाव के अलावा खरगोश, मोर, सेही की संख्या अनगिनत है। इनकी संख्या को छोड़ दिया जाए तो बाकी मुख्य वन्यप्राणियों की संख्या 348 है।

चोरल में 1 हजार 430 वन्यप्राणी
इंदौर वन विभाग के अनुसार चोरल के जंगलों में 10 तेंदुए, 50 नीलगाय, 300 सियार, 50 लोमड़ी, 500 खरगोश, 500 जंगली सूअर, 20 हिरण हैं। अधिकारियों के मुताबिक यह आंकड़े जंगलों में वन्यजीवों के पग चिन्ह यानी पैरों के निशानों की संख्या पर आधारित है। इसलिए यह अनुमानित आंकड़े ही कहे जाएंगे।

महू के जंगलों में 2 हजार 530 वन्यप्राणी
महू रेंज के जंगलों में तकरीबन 345 नीलगाय, लगभग 30 से 35 तेंदुए, 80 से 100 लोमड़ी, लगभग 80 लकड़बग्घे, 70 चौसिंघा, 300 सियार, 400 भेडक़ी, 200 खरहा, 1000 से ज्यादा लंगूर मौजूद हैं। इस प्रकार महू रेंज के जंगलों में बड़े, मध्यम, छोटे वन्यप्राणियों की संख्या 2 हजार 530 है।

मानपुर के जंगलों में 3,744 वन्यप्राणी
वन विभाग मुख्यालय के अनुसार मानपुर वन परिक्षेत्र में वन्यप्राणियों की संख्या इस प्रकार है । 1 बाघ, 9 तेंदुए, 38 लकड़बग्घे, 168 सियार , 196 भेडक़ी, 364 नीलगाय, 2965 मोर मौजूद हैं। इस प्रकार मानपुर रेंज में बड़े , मध्यम, छोटे वन्यप्राणियों की संख्या लगभग 3 हजार 744 है।

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