उज्जैन। इस बार कुछ पंडितों-ज्योतिषियों और कथित विद्वतजनों ने दीपावली को लेकर भी भ्रम फैलाया। हालांकि पूरे देश के साथ उज्जैन ने भी 31 अक्टूबर को ही धूमधाम से दीपावली मनाई और जमकर आतिशबाजी भी की। अलबत्ता भाईदूज अवश्य रविवार को मनी। इस तरह यह दीप पर्व 6 दिन तक चलता रहा। वहीं सोमवार से उज्जैन भी अपने काम पर लौट आया है। सरकारी के साथ-साथ निजी दफ्तरों में भी काम शुरू हो गया है।
पिछला पूरा हफ्ता दीपावली की छुट्टियों में ही बीता और घर-घर में बीते 15 दिनों से दीपावली मनाने की तैयारियां जोर-शोर से चलती रही। बाजारों में भी लगातार भीड़ उमड़ती रही और जगह-जगह यातायात भी जाम रहा। हालांकि दीपावली के बाद दो-तीन दिन से यातायात भी सड़कों पर कम नजर आया, जो आज से फिर बढ़ जाएगा। सरकारी छुट्टी भी इस दौरान रही, तो निजी दफ्तर, कारखाने, प्रतिष्ठानों ने भी दीपावली मनाने के बाद अगले तीन दिन शुक्रवार, शनिवार और रविवार को अवकाश ही मनाया। वहीं सोमवार से शहर अपने रोजमर्रा के कामकाज में जुट गया है। दीपावली की छुट्टियों पर अपने घर गए बच्चों से लेकर नौकरीपेशा और अन्य लोग भी वापस लौट आए हैं। सरकारी विभागों में भी नियमित कामकाज शुरू हो गया है। हालांकि नगर निगम, पुलिस से लेकर अन्य विभागों में अवकाश नहीं रहता और अत्यावश्यक सेवाएं चालू रहती है। यही स्थिति अस्पतालों, चिकित्सकों और ऐसी संस्थानों की भी रही। मगर फिर भी दीपावली के चलते आम दिनों की तुलना में कामकाज बहुत कम रहता है। अब शहर अपने ढर्रे पर और उसके बाशिंदे भी काम पर लौट आए हैं और त्योहार की थकान भी उतर गई। गुरुवार यानी 31 अक्टूबर को उज्जैन में भी दीपावली मनाई गई और उसके पहले धनतेरस और फिर रूप चौदस का भी उत्साह रहा। अब दीपावली के बाद देवउठनी ग्यारस से शादियों की धूमधाम भी शुरू हो जाएगी।
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