इंदौर। युग पुरुष धाम आश्रम में रहने वाले मानसिक रूप से पीडि़त बच्चों को उपयुक्त जगह पर शिफ्ट स्थायी रूप से इसलिए नहीं करवाया जा सका क्योंकि कोई भी संस्था इन बच्चों को लेने को तैयार नहीं है। दूसरी तरफ कांग्रेस के महासचिव ने कई मनगणंत आरोप भी लगा दिए, जिनमें से अधिकांश आरोपों का खंडन प्रशासन ने किया है। वहीं आश्रम में रहने वाले बच्चों की गणना अवश्य करवाई जा रही है, क्योंकि कुछ संख्या में परिवहन नजर आ रहा है। संस्था संचालकों की लापरवाही तो जगजाहिर हो ही चुकी है, जिस पर प्रशासन ने नोटिस जारी करने से लेकर अन्य कार्रवाई भी की है।
आधा दर्जन बच्चों की मौत भी यहां पिछले दिनों हो गई थी, वहीं एक साथ कई बच्चे बीमार भी हुए और जैसे ही कलेक्टर आशीष सिंह के संज्ञान में यह मामला आया उन्होंने तत्परता से बच्चों का इलाज शुरू करवाया और साथ ही स्वास्थ्य विभाग की टीम भेजकर मेडिकल परीक्षण, जांच के नमूने लेने से लेकर अन्य कार्रवाई करवाई। अपर कलेक्टर गौरव बेनल को जांच के निर्देश भी दिए, जिन्होंने अपने अंतरिम रिपोर्ट में आश्रम संचालकों की लापरवाही को स्पष्ट किया, जिसके आधार पर कलेक्टर ने नोटिस जारी करने के साथ अन्य कार्रवाई भी की। हैजा फैलने से ये बच्चे बीमार हुए, जिसके चलते इन्हें अस्थायी रूप से शिफ्ट भी करवाया और इनके खाने, पीने के पानी सहित अन्य व्यवस्थाएं भी करवाई गई।
दूसरी तरफ कांग्रेस के महासचिव राकेशसिंह यादव ने कई गंभीर आरोप भी लगाए, जिसमें अधिक बच्चों की मौत से लेकर लड़कियों के गायब होने, इंजेक्शन लगाने से लेकर सरकारी योजनाओं का लाभ दिलवाने के लिए फर्जीवाड़ा करने सहित कई बातें कही। कलेक्टर आशीष सिंह का कहना है कि इनमें से अधिकांश आरोप बेबुनियाद हैं, जिनके कोई प्रमाण सामने नहीं आए हैं। यह अवश्य है कि संस्था के कर्ताधर्ताओं की लापरवाही सामने आई है, जिस पर उचित कार्रवाई भी की जा रही है। दूसरी तरफ संस्था के बच्चों की गणना भी कराई जा रही है, ताकि मिस मैच के जो आरोप लग रहे हैं उनका भी निराकरण हो सके।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved