सैन साल्वाडोर: दक्षिणी अमेरिका (South America) के एल साल्वाडोर (El Salvador) देश से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है. दरअसल यहां एक मां को इसलिए 30 साल की सजा (Woman Sentenced For Miscarriage) दे दी गई क्योंकि पैर फिसलने की वजह से जब वह गिरी तो उसके पेट में पल रहे बच्चे की मौत हो गई.
9 साल बाद पैरोल पर जेल से छूटी महिला
द वॉशिंगटन पोस्ट में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, आज (सोमवार को) महिला को पैरोल पर छोड़ दिया गया है. वह 9 साल की सजा जेल में काट चुकी है. घर में कपड़े धोते वक्त प्रेग्नेंट महिला सारा रोगल का पैर फिसल गया था. जिसके बाद आनन-फानन में उसे हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां पता चला कि उसके बच्चे की मौत हो चुकी है. अस्पताल में डॉक्टरों ने महिला को सांत्वना देने के बजाय पुलिस को फोन कर दिया और शिकायत कर दी कि महिला ने अवैध तरीके से अबॉर्शन करवाया है.
एल साल्वाडोर में अबॉर्शन को लेकर सख्त हैं नियम
इसके बाद महिला को गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश किया गया, जहां उसे 30 साल की सजा सुना दी गई. जान लें कि एल साल्वाडोर में अबॉर्शन को लेकर नियम बहुत सख्त हैं.
पैरोल पर छोड़ने का फैसला बनेगा नजीर
सारा रोगल को 9 साल बाद पैरोल पर छोड़े जाने के कोर्ट के फैसले पर पीड़िता के वकील ने खुशी जताई है. उन्होंने कहा कि यह फैसला अन्य मामलों के लिए नजीर बनेगा. यह ऐतिहासिक फैसला है. जिस महिला का गर्भपात हो गया हो, उसे जेल में रखना अत्याचार है.
गौरतलब है कि लैटिन अमेरिका के कुछ देशों में अबॉर्शन को लेकर कानून काफी कड़े हैं. 6 देशों में तो अबॉर्शन करवाना पूरी तरह से बैन है. दरअसल यहां के लोगों का मानना है कि अबॉर्शन से मां की जान को खतरा होता है.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved