देवास/नेमावर। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंगलवार को देवास जिले के नेमावर पहुंचे तथा बाढ़ पीडितों को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सम्पूर्ण नेमावर क्षेत्र बाढ़ से प्रभावित रहा है। हर व्यक्ति जो बाढ़ से प्रभावित हुआ है उसके मकान, खेतों, अनाज, राशन एवं अन्य नुकसान का सर्वे कर उचित राहत राशि हितग्राहियों को दी जायेगी।
इस अवसर पर उन्होंने घोषणा की कि केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी से बात करके नेमावर में फ्लायओवर ब्रिज का निर्माण कराया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार जनता के लिए है और सरकार बाढ प्रभावितों को राहत राशि देने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि वे 5 दिनों के भीतर दूसरी बार खातेगांव आये है। पूर्व में सोयाबीन फसल की खराब स्थिति को देखने आये थे और आज बाढ़ प्रभावितों का दुख बांटने आये है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की तवा, बारना, शक्कर नदी एवं नर्मदा नदी में बाढ़ आने से उससे संबंधित जिलों की स्थिति बिगड़ गई। दो-दो मंजिला मकान बाढ़ में डूब गये।
उन्होंने बताया कि वे स्वयं रात भर जागकर उन्होंने बाढ़ की स्थिति पर निगरानी रखी। जिला प्रशासन पर सख्ती बरती, यह स्थिति ऐसी थी की यदि निरन्तर नजर न रखी तो भारी तबाही मचा सकती थी। रात के दो से तीन बजे के बीच अपनी जान बचाकर पेडों पर बैठे लोगों को एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की टीम ने सुरक्षित निकाला। 300 लोगों का रेस्कयू करके उन्हें हैलिकाप्टर द्वारा सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।
चौहान ने कहा कि मुझे इस बात का संतोष है कि आपदा की इस घड़ी में किसी की जान जाने नहीं दी। किसी भी बेटा, बेटी या भाई को बाढ में डुबने नहीं दिया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब वे मुख्यमंत्री बने तब प्रदेश में कोरोना वायरस का प्रसार था। जिलों में दवाईयां, आक्सीजन सिलेन्डर, चिकित्सक, अस्पताल की स्थिति बेहतर नहीं थी। उन्होंने कोरोना मरीजों के उपचार के लिए एक बेहतर व्यवस्था बनाई। कोरोना वायरस से निपटे तो सोयाबीन की फसल खराब हो गयी, फिर बाढ़ की स्थिति आ गई। इन सब संकटों का सामना हमने साहस के साथ किया। शायद इसीलिये भगवान ने मुझे मुख्यमंत्री बनाकर भेजा, ताकि संकट की इस घडी में प्रदेशवासियों के काम आ सकू।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज भी संकट एवं परेशानी है फिर भी में कही से भी पैसे का इंतजाम करूंगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रात्रता पर्ची के आधार पर 3 सितम्बर से हितग्राहियों को 50-50 किलो का राशन दिया जायेगा, ताकि उनके घर में चूल्हा जलता रहे। भारत सरकार से फसल बीमा की तिथि 4-5 दिन और आगे बढाने की बात की गई है, क्योंकि अंतिम तिथि 31 अगस्त तक कई किसान अपना पंजीयन नहीं करा पाये है। उन्होंने कहा कि फसल बीमा पंजीयन में मंत्रियों एवं विधायकगणों को भी कार्य में लगाया जायेगा।
विधायक आशीष शर्मा ने कहा कि नेमावर में आई बाढ़ से आसपास के 30 गांव प्रभावित हुए है। मकान, दुकान एवं खेतों में पानी घुसने से भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की कि बाढ़ से हुए नुकसान का उचित मुआवजा हितग्राहियों को दिया जाये। उन्होंने कहा कि किसान की फसल का जो नुकसान हुआ है, उसे भी बाढ़ से हुए नुकसान के अंतर्गत गिना जाये। विधायक श्री शर्मा ने बताया कि बाढ़ से खेती एवं व्यवसाय चौपट हो चुके है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आपदा ग्रस्त व्यक्तियों को आर्थिक सहायता राशि के प्रमाण वितरित किये। जिसमें मकान व खाद्यान्न छति के लिए नेमावर निवासी सूरज बाई पति जगदीश, सिरालिया रेवातीर निवासी रमेश पिता श्यामलाल, भंवर सिंह पिता जस्सू, मोहनलाल पिता चुन्नीलाल तथा मिर्जापुर निवासी रासत खां पिता कालू को 95-95 हजार रूपये की आर्थिक सहायता राशि के प्रमाण-पत्र प्रदान किये तथा दुकान के सामान में क्षति होने से नेमावर निवासी कृष्णकांत पिता नर्मदा प्रसाद शर्मा, राकेश व्यास पिता कमल किशोर, बसंत राठौर पिता सुंदरलाल, उपकार पिता बंशीधर तथा शरद पिता जुगल किशोर को 12-12 हजार रुपये राशि के प्रमाण-पत्र वितरीत किये।
इस अवसर पर प्रदेश के किसान कल्याण एवं कृषि मंत्री श्री कमल पटेल, स्थानीय जनप्रतिनिधि, ग्रामीणजन उपस्थित रहे।
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