सुपर स्पेशलिटी में यूनिट बनकर तैयार… विशेषज्ञों की कमी
शरीर पर चढ़ रही सूजन लेकर बोनमैरो ट्रांसप्लांट की गुहार लेकर पहुंची युवती
इन्दौर। आयुष्मान योजना के तहत मुख्यमंत्री ने युवती के बोनमैरो ट्रांसप्लांट प्रक्रिया के लिए पांच लाख रुपए की स्वीकृति दे दी, लेकिन डाक्टरों को ही आपरेशन करने का समय नहीं है।
एक तरफ तो सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में दस बेड के साथ बोनमैरो ट्रांसप्लाट यूनिट का शुभारंभ कर कमिश्नर और अधिकारी वाहवाही लूट रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ व्यवस्था को आइना दिखाती यह प्रक्रिया कुछ और बयां कर रही है। प्रिया अभिषेक राय लम्बे समय से ब्लड कैंसर की बीमारी से जूझ रही है। दो जनसुनवाई में पूर्व में भी युवती ने कलेक्टर के समक्ष गुहार लगाई थी, जिसके बाद उसे आयुष्मान योजना का लाभ दिलाने के निर्देश दिए गए थे। 20 दिन पहले आयुष्मान योजना के तहत पांच लाख रुपए की स्वीकृति भी दी जा चुकी है, लेकिन डाक्टरों की लेटलतीफी और व्यस्तताओं के चलते इलाज नसीब नहीं हो पा रहा है।
डॉक्टर टरका रहे
शरीर पर चढ़ती सूजन लेकर युवती बोनमैरो ट्रांसप्लाट की गुहार लेकर कलेक्टर की शरण में पहुंची तो कलेक्टर इलैयाराजा टी ने तुरंत अस्पताल के डाक्टरों से चर्चा कर तुरंत इलाज मुहैया न कराए जाने का कारण पूछा। पिछले 20 दिनों से युवती अस्पतालों के चक्कर काट रही है, लेकिन उसे कोई सटीक जवाब नहीं दिया जा रहा है। बोनमैरो ट्रांसप्लांट के लिए विशेषज्ञों की टीम विभिन्न प्राइवेट अस्पतालों से बुलाई जाती है। डाक्टरों की व्यस्तताओं के चलते मरीजों को इलाज के लिए लम्बा इंतजार करना पड़ता है। ज्ञात हो कि हाल ही में सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में दस बेड के साथ नई यूनिट का शुभारंभ किया गया है। एम.वाय. अस्पताल में भर्ती 64 से अधिक मरीजों का इलाज भी सफलतापूर्वक किया गया है। चाचा नेहरू अस्पताल में भर्ती कई ब्लड कैंसर से जूझ रहे बच्चों के लिए उम्मीद की किरण जागी है, लेकिन विशेषज्ञों की कमी के चलते कई मरीजों की हालत बिगड़ती जा रही है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved