इंदौर, विकाससिंह राठौर। इंदौर के देवी अहिल्याबाई होलकर अंतरराष्ट्रीय विमानतल पर यात्री सुविधाएं लगातार कम और बंद होती जा रही है। कल से एयरपोर्ट पर यात्री सुविधा के लिए लगे 12 शॉपिंग काउंटर्स बंद हो गए हैं। शॉपिंग काउंटर्स पर ताले लगने के बाद अब एयरपोर्ट पर यात्रियों के लिए सिर्फ खाने-पीने के स्टॉल्स रह गए हैं, इसके अलावा एक भी दुकान नहीं रह गई है। शॉपिंग काउंटर्स चलाने वाली कंपनी अब से चार माह पहले ही काउंटर्स बंद करने का नोटिस दे चुकी थी, इसके बाद भी जिम्मेदार अधिकारियों ने ना तो कंपनी को रोकने का प्रयास किया ना दूसरी कंपनी को लाने का इंतजाम किया।
एयरपोर्ट पर छह साल पहले यात्री सुविधा के मद्देनजर शॉपिंग काउंटर्स चलाने के लिए मास्टर कंसेशनर यानी ऐसी एक कंपनी जो अलग-अलग ब्रांड और कंपनियों को अपने साथ लाती है और एयरपोर्ट पर इनके स्टोर्स खोलती है के लिए टेंडर जारी किए थे। टेंडर प्रक्रिया के तहत दिल्ली के वेलकम ग्रुप को 22 जुलाई 2018 को सात सालों के लिए यह ठेका दिया गया था। कंपनी ने एयरपोर्ट टर्मिनल में अलग-अलग जगह कुल 12 शॉपिंग काउंटर्स शुरू किए थे। लेकिन किन्हीं कारणों से कंपनी ने अपनी समय अवधि पूरी होने से पहले ही सारे काउंटर्स को कल से बंद कर दिया है। इसके बाद अब एयरपोर्ट पर शॉपिंग के लिए कोई काउंटर नहीं बचा। वेलकम ग्रुप द्वारा खोले गए 12 शॉपिंग काउंटर्स में दुनिया के नामी फेशन ब्रांड के कपड़े, चॉकलेट्स, कंफेक्शनरी, आर्टिफिशियल ज्वेलरी, बैग्स, किताबें, साड़ियां, नमकीन के काउंटर्स शामिल थे। काउंटर्स के नामों की बात करें तो इनमें रेयर प्लानेट, कलर बार, फॉरेस्ट इसेंशियल लक्जरी आयुर्वेदा, द बॉम्बे स्टोर, तोशे, इंदौरी नमकीन, माहेश्वरी सिल्क साड़ी, प्रीटी वुमन और कैंडी लाउंज प्रमुख थे। इससे पहले एयरपोर्ट से शराब दुकान भी विवादों के बाद बंद हो चुकी है।
यात्रियों को सुविधा का और एयरपोर्ट को हर माह 50 लाख से ज्यादा का नुकसान
बताया जा रहा है कि वेलकम ग्रुप को इस कांट्रेक्ट के तहत एयरपोर्ट अथोरिटी को हर माह 50 लाख से ज्यादा का किराया चुकाना था, जो कंपनी अब तक चुकाती आ रही थी। लेकिन अब कांट्रेक्ट खत्म हो जाने के बाद एक ओर जहां यात्रियों को शॉपिंग सुविधा का नुकसान होगा, वहीं एयरपोर्ट अथोरिटी को भी हर माह किराए का नुकसान होगा। इससे बचने के लिए एयरपोर्ट अथोरिटी ने पहले से नई कंपनी नियुक्त करने के लिए टेंडर तक नहीं निकाले, जिससे प्रबंधन नुकसान से और यात्री सुविधा से वंचित नहीं होते।
कांट्रेक्ट भी विवादों में
वेलकम ग्रुप मूलत: नुकसान होने समय पर किराया नहीं चुका पा रहा था, जिसके कारण करीब छह माह पहले एयरपोर्ट अथोरिटी ढाई करोड़ के सिक्युरिटी डिपॉजिट जब्त कर लिया था। इसके बाद कंपनी को दोबारा काम जारी रखने के लिए दोबारा यह राशि जमा करवानी थी, अन्यथा कंपनी का कांट्रेक्ट निरस्त किया जाना था। लेकिन कंपनी ने चार माह पहले 24 जनवरी 2024 को एयरपोर्ट अथोरिटी को कांट्रेक्ट सरेंडर करने का 120 दिन का नोटिस देते हुए 23 मई 2024 को काउंटर्स बंद कर दिए।
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