कक्षा 3, 6 और 9 के विद्यार्थियों से नेशनल अचीवमेंट सर्वे
इंदौर कमलेश्वरसिंह सिसौदिया।
स्कूूली विद्यार्थियों (school students) में शिक्षा के नए आयामों को जोडऩे और उनकी समझ के अनुसार शिक्षा व्यवस्था (Education system) में बदलाव करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर नेशनल अचीवमेंट सर्वे किया जा रहा है। इसके लिए केंद्र सरकार (Central government) का शिक्षा विभाग नवंबर में एक दिवसीय परीक्षा का आयोजन करेगा, जिसके आधार पर विद्यार्थियों का आकलन कर शिक्षा व्यवस्था में परिवर्तन होगा। राज्य और जिला स्तर पर इसकी तैयारी शुरू हो गई है। इंदौर में कल जिला शिक्षा अधिकारी प्राचार्यों की बैठक में इसकी विस्तृत जानकारी साझा की जाएगी।
केंद्रीय शिक्षा विभाग की ओर से बच्चों की दक्षता ( काम्पीटेंसी) जानने के लिए 14 नवंबर 2024 को देशभर में एक साथ पांच विषयों की वस्तुनिष्ठ परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। कक्षा 3, 6 और 9 के विद्यार्थियों को इस नेशनल अचीवमेंट सर्वे से जोड़ रहे हैं। इस सर्वे के आधार पर विभाग बच्चों की वर्तमान मानसिकता और उनके पढऩे के तरीके और आने वाली कठिनाइयां पर विमर्श कर शिक्षा को सहज और आसान बनाने के तरीकों, व्यवहार पर नए दिशा निर्देश शिक्षा नीति में शामिल होंगे। इंदौर जिले में इसकी तैयारी शुरू हो चुकी है बुधवार को जिला शिक्षा कार्यालय की ऑनलाइन मीटिंग प्राचार्यों के साथ होगी, जिसमें गणित, अंग्रेजी, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, हिंदी आदि पांच विषयों की तैयारी के लिए जानकारी दी जाएगी।
रेंडमली होगा स्कूलों का चयन
केंद्र सरकार की शिक्षा विभाग की ओर से हो रहे इस अपनी तरह के विशेष सर्वे के लिए इंदौर में रेंडमली स्कूलों का चयन किया जाएगा, जिनकी संख्या 70 से 90 के बीच राखी जा सकती है। इसमें सरकारी-निजी और अलग-अलग बोर्ड के तहत चलने वाले स्कूलों को शामिल किया जाएगा।
पहले 2021 में हुआ था सर्वे
नेशनल अचीवमेंट सर्वे अलग-अलग कक्षाओं को लेकर प्रत्येक 3 वर्ष में किया जाता है। इससे पहले 2021 में यह सर्वे किया गया था, जिसमें इंदौर जिले के 86 स्कूलों को शामिल किया गया था, जिसमें 50 फीसदी सरकारी और 50 फीसदी में मदरसा बोर्ड, सीबीएसई और अन्य श्रेणी के स्कूलों को रखा गया था।
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