जबलपुर। रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में लाखों-करोड़ों खर्च होने के बाद भी अध्यापकों व छात्र-छात्राओं का जीवन दांव पर लगा हुआ है। दरअसल जिस भवन में योग विभाग का संचालन हो रहा है, वह जर्जर हो चुकी है। छत के ऊपर पानी भरा रहता है, जिसकी शीत की वजह से छत का पलास्टर जगह-जगह से दरक गया है, बुधवार को पलास्टर के साथ सीलिंग फैन धड़ाम से नीचे आ गिरा, जिसमें विभागाध्यक्ष डॉ. भरत तिवारी बाल-बाल बच गये, जिसके बाद पूरे विभाग में हड़कंम मच गया। वहीं विवि के प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंच गये। प्राप्त जानकारी अनुसार रादुविवि के योग विभाग की बिल्डिंग पूरी तरह से जर्जर हालत में हो गई, जिसमें कभी भी बड़ा हादसा घटित हो सकता है। आज मंगलवार सुबह जब एचओडी डॉ. भरत तिवारी अपने चेम्बर में बैठे थे, उसी समय रॉड सहित पूरा सीलिंग फेन उनकी टेबिल में आकर धड़ाम से गिर गया, जिसमें वह बाल-बाल बच गये।
बताया जा रहा है कि योगा विभाग की पूरी बिल्डिंग ही जर्जर है,दीवारे जगह-जगह से दरक चुकी है, इतना ही नहीं छत पर पानी की निकासी न होने से पानी भरा रहता है, वहीं सीढिय़ों की हालत भी जर्जर हो चुकी है। जिससे उक्त विभाग के छात्र-छात्राओं का जीवन संकट में आ गया है। ऐसा नहीं है कि विभाग की ओर से इस बात की जानकारी विवि प्रशासन को न दी गई हो, लेकिन आंख बंद कर बैठे प्रशासन ने आज दिनांक तक उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की और न हीं बिल्डिंग कराना उचित समझा, जिसका परिणाम रहा कि आज विभागाध्यक्ष गंभीर रूप से घायल होने से बाल-बाल बच गये।
छात्र-छात्राओं में दहशत
बिल्डिंग की जर्जर हालत देखकर अध्यापक व छात्र-छात्राओं में दहशत का माहौल है, जो कि बिल्डिंग के अंदर प्रवेश करने से भी परहेज कर रहे है। बताया जा रहा है कि यदि जल्द ही उक्त बिल्डिंग का जीर्णोद्धार नहीं किया गया तो वह धाराशयी हो जायेगी और किसी बड़े हादसे से इंकार नहीं किया जा सकता।
बिल्डिंग जर्जर हो चुकी है, जिसकी शिकायत कई मर्तबा विवि प्रशासन से की गई, लेकिन कोई सुनने व देखने वाला नहीं है। गनीमत थी कि आज के हादसे में मै बाल-बाल बच गया, लेकिन आगामी समय में बड़े हादसे से इंकार नहीं किया जा सकता।
डॉ. भरत तिवारी, विभागाध्यक्ष योगा विभाग
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