कानपुर। घरेलू सिलेंडर के दाम लगातार बढ़ने से जहां आम आदमी पर महंगाई की मार पड़ी है। वहीं, महिलाओं की रसोई का बजट बिगड़ गया। सोमवार को एक बार फिर रसोई गैस के दाम बढ़ने से गृहणियों में सरकार के प्रति काफी रोष है।
फरवरी माह की शुरुआत में केंद्र सरकार ने सत्र 2021-22 का बजट पेश किया था। जिसके बाद से जनता अभी संभल भी नहीं पाई थी कि इस माह तीसरी बार गैस सिलेंडर के दाम बढ़ने से मध्यम वर्गीय परिवार की कमर तोड़ने का काम कर रही है।
देर रात 50 रुपये बढ़े रसोई गैस के दाम को लेकर हरवंश मोहाल की रहने वाली गृहणी सुनीता राठौर ने बताया कि इस बार मात्र ग्यारह दिनों के भीतर ही दो बार गैस सिलेंडर का भाव बढ़ा है। जिस तरह से उम्मीद थी कि कोरोना काल में सरकार हम मध्यम वर्गीय परिवार को कुछ राहत देंगी, लेकिन इससे हम अछूते रह गए हैं।
इसी तरह मालरोड में रहने वाली महिला गृहणी अंजू सिन्हा ने बताया कि बीते शनिवार को गैस की बुकिंग करवाई थी। तब गैस सिलेंडर की कीमत 734 रुपये की थी। जो कल देर रात इस रेट में इजाफा करते हुए 50 रुपये की वृद्धि की गई है। जिससे कहीं न कहीं उनके घर का बजट बिगड़ा रहा है। इसी माह तीसरी बार गैस सिलेंडर के दाम बढ़े। वह सरकार से अपील करना चाहती है कि रसोई गैस के दाम को कम से कम करें।
मनीषा तिवारी जो कि मध्यम वर्गीय परिवार की सदस्य है। उन्होंने बताया कि सरकार हर बार महिलाओं के लिए अनेक प्रकार की सुविधाएं मुहैया कराने का कार्य कर रही है। लेकिन महिलाओं के द्वारा घरों में चलाई जाने वाली गृहस्थी का ध्यान भूल रही है। जिसका दंश हम परिवार चलाने वाली महिलाओं को लोहे के चने चबाने पर मजबूर कर रहा है। तो वहीं उनका कहना है कि गृहस्थी में उपयोग किए जाने वाले सिलेंडर में हो रही वृद्धि से घर का बजट बिगड़ रहा है। (एजेंसी, हि.स.)
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