नई दिल्ली। इजरायल में एक रिसर्च के बाद दावा किया गया है कि फाइजर (pfizer) COVID-19 बूस्टर (booster dose) कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट (Omicron Variants) से बचाने में कारगर है. इजरायल के वैज्ञानिकों (Israeli scientists) ने कहा कि उन्होंने शोध में पाया है कि फाइजर/बायोएनटेक COVID-19 वैक्सीन के बूस्टर डोज ने ओमिक्रॉन वैरिएंट के खिलाफ लोगों के शरीर को महत्वपूर्ण सुरक्षा प्रदान की है।
शीबा मेडिकल सेंटर और स्वास्थ्य मंत्रालय की सेंट्रल वायरोलॉजी लेबोरेटरी द्वारा किए गए अध्ययन में उन 20 लोगों के रक्त की तुलना की गई, जिन्हें 5-6 महीने पहले दो वैक्सीन खुराक मिली थीं और जिन्हें एक महीने पहले ही बूस्टर डोज दिया गया है।
शीबा में संक्रामक रोग इकाई के निदेशक गिली रेगेव-योचय ने बताया कि “जिन लोगों ने 5 या 6 महीने पहले दूसरी खुराक प्राप्त की थी उनमें ओमिक्रॉन के खिलाफ संक्रमण को रोकने की बहुत क्षमता नहीं है।
उन्होंने कहा, “अच्छी खबर यह है कि बूस्टर खुराक के साथ शरीर में वायरस से लड़ने की क्षमता में लगभग सौ गुना बढ़ोतरी हो जाती है। बूस्टर खुराक एक महत्वपूर्ण सुरक्षा है।
इज़रायली टीम ने कहा कि उन्होंने वास्तविक वायरस के साथ काम किया, जबकि कंपनियों ने जो रिसर्च के लिए इस्तेमाल किया है उसे स्यूडोवायरस के रूप में जाना जाता है, जिसमें ओमाइक्रोन के हॉलमार्क म्यूटेशन के लिए जैव-इंजीनियरिंग की गई थी।
इज़रायली शोध दक्षिण अफ्रीका के उस अध्ययन का अनुसरण करता है जिसमें पाया गया है कि कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके लोगों को ओमिक्रॉन वैरिएंट से आशंकि तौर पर ही सुरक्षा मिलती है।
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