तेल अवीव : बीते साल 7 अक्टूबर को हमास (hamas) के आतंकवादी (Terrorist) हमले के बाद बंधकों (hostages) का चेहरा (face ) बनी इजरायली (israeli) लड़की शानी लाउक (shani lauk) का शव (body) बरामद हुआ है। इजरायली रक्षा बल (IDF) ने इस बारे में जानकारी दी है। लाउक एक वीडियो की वजह से पूरी दुनिया में सुर्खियों में आई थीं, जिसमें हमास के आतंकवादी एक पिकअप ट्रक के पीछे उनके क्षत-विक्षत शरीर के ऊपर बैठे नजर आते हैं। शानी लाउक के शरीर को ट्रक में रखकर गाजा के चारों ओर परेड कराई गई थी। आईडीएफ प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने एक बयान में कहा कि सेना ने गाजा पट्टी से तीन बंधकों के शव बरामद किए हैं। इनके नाम इत्जाक गेलरेंटर, अमित बुस्किला और शानी लाउक बताए हैं।
बंधक बनाने के बाद उठाए थे सवाल
गाजा में इजरायली अभियान के बाद शानी लाउक के जिंदा बचे होने को लेकर आशंका जताई गई थी। कहा गया था कि इतनी चोटों के बाद उसका बचे रहना मुश्किल है। इस बात पर भी सवाल उठे थे कि गाजा में बंदी बनाए जाने के दौरान शानी का इलाज किया गया था या नहीं। शानी की मौत के बारे में पुष्टि तब हो गई थी, जब फोरेंसिक जांचकर्ताओं को उनकी खोपड़ी का एक टुकड़ा मिला, जिसके बिना जिंदा रहना असंभव है।
7 अक्तूबर को जब हमास के आतंकवादियों ने इजरायल पर हमला बोल दिया था, उस समय लाउक सीमावर्ती क्षेत्र रीम के निकट सुपरनोवा संगीत समारोह में हिस्सा ले रही थी। इस समारोह में उपस्थित 260 से अधिक नागरिक मारे गए थे। माना जाता है कि उस समय लाउक के बॉयफ्रेंड मैक्सिकन नागरिक ओरियन हर्नांडेज राडौक्स को भी हमास के आतंकवादियों के अगवा कर लिया था। हमले के बाद उसके फोन से अरबी में संदेश भेजे गए थे।
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पिता ने बताया प्रकाश का स्रोत
शानी लाउक के पिता निसिम ने चैनल 12 को बताया कि आईडीएफ का शानी लाउक के शव को बरामद करने की खबर को स्वीकार करना मुश्किल था, लेकिन ये एक ऐसी खबर थी, जिसका उन्हें इंतजार था। उन्होंने कहा, उनकी बेटी ‘अपने और आस-पास के लोगों के लिए प्रकाश का स्रोत थी और अपनी मौत के बाद भी ऐसा ही कर रही है। वह प्रकाश और अंधकार के बीच, इजरायल के लोगों का प्रतीक है।’ परिवार को 30 अक्टूबर को बताया गया था कि शानी लाउक की 7 अक्टूबर को हत्या कर दी गई थी।
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