जयपुर: भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीन मैचों की टी20 सीरीज (India vs New Zealand) 17 नवंबर से शुरू हो रही है. सभी मैच रात 7 बजे से शुरू होने हैं. ऐसे में ओस बड़ा फैक्टर रहेगा. टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup 2021) के दौरान भी ओस ने बड़ी भूमिका निभाई थी. दुबई में खेले गए अंतिम 18 टी20 मैचों की बात करें तो पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम सिर्फ एक ही मैच जीत सकी.
ऐसे में कई दिग्गज खिलाड़ी आईसीसी (ICC) से इस ओर कदम उठाने की बात कह रहे हैं. उनका मानना है कि सिर्फ टॉस के कारण मैच का फैसला नहीं होना चाहिए. क्रिकबज से बात करते हुए पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज आशीष नेहरा (Ashish Nehra) ने कहा कि ओस से बचने का सिर्फ एक ही उपाय है कि मैच को पहले शुरू किया जाए. उन्होंने कहा, ‘इसे लेकर पहले भी कई बार बात हुई है. जैसे हर 3 ओवर में गेंद बदल दी जाए.
स्प्रे के अलावा सुपर शॉपर का भी इस्तेमाल किया गया, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ.’ 2011 वर्ल्ड कप विजेता टीम में शामिल रहे नेहरा का मानना है कि मैच को 4 बजे शुरू किया जाए तो ओस इतना बड़ा फैक्टर नहीं रहेगा. टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में अगर गेंद सूखी होती तो शायद नजारा ही अलग होता. गेंद गीली होने के बाद स्पिन गेंदबाज पूरी तरह से खेल से बाहर हो जाते हैं.
फैंस से अधिक जरूरी है मैच का न्यूट्रल होना
वहीं पूर्व भारतीय दिग्गज वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) ने कहा कि ओस को लेकर हर टीम के कप्तान को आईसीसी से बात करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि मैच को 2 घंटे पहले शुरू किया जाए. टेस्ट भी तो दिन में ही खेले जाते हैं. अधिक से अधिक फैंस को बुलाने के लिए नाइट के मुकाबले शुरू किए गए. लेकिन सहवाग ने सवाल उठाते हुए कहा कि मैच में फैंस के होने से अधिक जरूरी है उसका न्यूट्रल होना. लेकिन ओस के कारण टॉस जीतने वाली टीम हमेशा फायदे में रहती है.
भारत और न्यूजीलैंड के बीच पहला टी20 मैच 17 नवंबर को जयपुर में होगा. दूसरा टी20 19 को रांची में जबकि अंतिम मैच 21 नवंबर को कोलकाता में खेला जाएगा. जयपुर में 2014 में खेले गए अंतिम वनडे के मुकाबले में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 359 रन के लक्ष्य को सिर्फ 45 ओवर में ही हासिल कर लिया था. उस मैच में भी ओस का अहम रोल रहा था.
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