उज्जैन। महाकाल मंदिर प्रबंध समिति द्वारा आयोजित श्रावण महोत्सव में दर्शकों का टोटा दिखाई दे रहा है। हालांकि समिति ने स्तरीय कलाकारों को आमंत्रित किया है तथा इनके द्वारा प्रस्तुतियाँ देकर समां भी बांधा जा रहा है, बावजूद इसके जितनी संख्या दर्शकों की होना चाहिए वह दिखाई नहीं दे रही है। दर्शकों की कम संख्या होने के पीछे आयोजन स्थान बदलना भी प्रमुख कारण बताया जा रहा है। बता दें कि मंदिर प्रबंध समिति के तत्वावधान में श्रावण के अवसर पर श्रावण महोत्सव का आयोजन त्रिवेणी संग्रहालय में किया जा रहा है जबकि बीते वर्षों में यही आयोजन महाकाल मंदिर परिसर स्थित महाकाल प्रवचन हॉल में हुआ करता था लेकिन मंदिर परिक्षेत्र विस्तारीकरण के कारण प्रवचन हाल तोड़ दिया गया है और इस स्थान पर आयोजित किए जाने वाला श्रावण महोत्सव इस बार जयसिंहपुरा स्थित त्रिवेणी संग्रहालय में हो रहा है।
जिस स्थान पर इस आयोजन को कर लाखों रुपए खर्च किए जा रहे है, उसमें दर्शकों की संख्या अपेक्षाकृत बहुत कम दिखाई दे रही है। क्योंकि यह स्थान शहर से दूर ही नहीं बल्कि एकांत में होकर रात के समय सूनसान हो जाता है। जबकि महाकाल प्रवचन हाल में रात तक रौनक बनी रहती थी, इसलिए यहाँ बीते वर्षों में आयोजित किए जाने वाले महोत्सव में दर्शकों की संख्या अधिक ही हुआ करती थी। विशेषकर अभी पूर्वरंग कार्यक्रम में दर्शक बहुत कम दिखाई दे रहे है। बता दें कि इस बार रविवार के साथ ही मंदिर समिति ने महोत्सव के दौरान पूर्वरंग कार्यक्रम भी रखा है, जो शनिवार की शाम को होता है। रविवार की शाम तो दर्शकों की संख्या थोड़ी बहुत दिखाई देती है लेकिन शनिवार की स्थिति अच्छी नहीं मानी जा सकती है। शहर के कलाकारों का यह भी कहना है कि यदि आयोजन का स्थान शहर के बीचों बीच होता तो दर्शकों की संख्या अच्छी हो सकती थी। हालांकि यह बात अलग है कि आयोजन में स्थानीय कलाकारों को भी मौका दिया जा रहा है।