अग्निबाण परिवार ने भेंट की 10 किलो चांदी
इन्दौर। गुलाबी नगरी जयपुर (Jaipur) में खजराना गणेशजी (Khajrana Ganeshji) का आकर्षक सिंहासन (Charming throne) बनने की शुरुआत हो चुकी है। पहले चरण में कलाकारों को 65 किलो चांदी (silver) उपलब्ध करा दी गई है। लगभग 150 किलो से अधिक का सिंहासन बप्पा के लिए बनवाया जा रहा है।
मंदिर के मुख्य पुजारी पं. अशोक भट्ट (Ashok Bhatt) ने बताया कि पुराना सिंहासन लकड़ी के ऊपर चांदी (silver) चढ़ाकर बना हुआ है। भगवान के अनुष्ठान, अभिषेक से यह गीला होकर जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो गया है। अब ताम्बे की प्लेट पर चांदी (silver) चढ़ाकर नया सिंहासन बनाया जा रहा है। खजराना गणेश मंदिर (Khajrana Ganesh temple) में बनने वाले चांदी (silver) के आकर्षक सिंहासन के लिए अब तक सिंहासन के लिए 80 किलो चांदी दानदाताओं की ओर से प्राप्त हो चुकी है। गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) पर अग्निबाण परिवार (Agniban family) की ओर से प्रबंध सम्पादक राजेश चेलावत (Managing editor Rajesh Chelawat) और किशोर चेलावत (Kishore Chelawat) द्वारा बप्पा के चरणों में 10 किलो चांदी अर्पित की गई। बाकी चांदी भी दानदाताओं (donors) के सहयोग प्राप्त करने की कोशिश की जा रही है, ताकि जल्द ही खजराना गणेशजी एक भव्य और आकर्षक सिंहासन पर अपने भक्तों को दर्शन दे सकेंगे। पं. भट्ट के अनुसार कल जयपुर में सिंहासन बनाने की शुरुआत कलाकारों ने कर दी है। यह सिंहासन टुकड़ों में बनाया जा रहा है। बनने के पश्चात इसे मंदिर में लाकर गर्भगृह (sanctum) में फिट कर दिया जाएगा। यह सिंहासन पूरे प्रदेश के मंदिरों में अनुपम होगा, जिसका आकार सबसे बड़ा होगा।
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