उज्जैन। कालभैरव मंदिर में अव्यवस्थाओं के कारण भक्त परेशान हैं। मंदिर परिसर में नियमों का पालन भी नहीं हो रहा है। लंबे समय से व्यवस्थाओं में सुधार की दरकार है। हालांकि जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। कालभैरव मंदिर में प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु भगवान के दर्शन के लिए आते हैं, लेकिन यहां की दर्शन व्यवस्था बहुत ही खराब है। श्रद्धालुओं के लिए कोई समुचित व्यवस्था नहीं है। श्रद्धालु घंटों तक बेरिकेट में खड़े रहते हैं, और अगर एक बार लाइन से बाहर निकल जाएं, तो उन्हें वापस लाइन में लगने नहीं दिया जाता
शहर के लोग जैसे-तैसे दर्शन कर लेते हैं, लेकिन बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को सबसे ज्यादा कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। उज्जैन में महाकाल के बाद कालभैरव ही एक मात्र ऐसा मंदिर है, जहां भक्तों की सर्वाधिक संख्या होती है। देशभर से प्रतिदिन हजारों भक्त यहां भगवान कालभैरव के दर्शन करने आते हैं। मंदिर में सुगम दर्शन व्यवस्था के इंतजाम नहीं होने से दर्शनार्थी परेशान होते हैं। देव स्थान में बाहर से लेकर भीतर तक अव्यवस्था का आलम है। कहीं भी नियमों का पालन होता दिखाई नहीं देता है। साफ-सफाई तथा पेयजल के भी समुचित इंतजाम नहीं है। स्थानीय के साथ ही दूरदराज से आने वाले दर्शनार्थी व्यवस्था को कोसते नजर आते हैं। जिम्मेदारों का इस ओर ध्यान नहीं है।
बाहर से शुरू हो जाती है परेशानी
बाबा कालभैरव के दर्शन करने आने वाले भक्त जैसे ही मंदिर पहुंचते हैं, परेशानी का सिलसिला शुरू हो जता है। अव्यवस्थित पार्किंग के कारण वाहन खड़े करने में परेशानी आती है। रसूखदारों ने पार्किंग क्षेत्र में ही अवैध दुकानें लगा रखी हैं। इससे आवागमन बाधित होता है। भिक्षुकों की समस्या से भी भक्तों को सामना करना पड़ता है। दर्शन व्यवस्था का प्लान नहीं होने से भक्तों को मंदिर में प्रवेश व निर्गम के समय खासी परेशानी होती है। श्रद्धालु एकसाथ भीड़ के रूप में भीतर प्रवेश करते हैं। धक्का-मुक्की करते भक्त जैसे तैसे भगवान के दर्शन करते हैं।
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