• img-fluid

    कालभैरव मंदिर में सफाई और पेयजल की व्यवस्था ठीक नहीं

  • December 17, 2024

    • महाकाल से अधिक समय लग रहा है यहाँ दर्शन में

    उज्जैन। कालभैरव मंदिर में अव्यवस्थाओं के कारण भक्त परेशान हैं। मंदिर परिसर में नियमों का पालन भी नहीं हो रहा है। लंबे समय से व्यवस्थाओं में सुधार की दरकार है। हालांकि जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। कालभैरव मंदिर में प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु भगवान के दर्शन के लिए आते हैं, लेकिन यहां की दर्शन व्यवस्था बहुत ही खराब है। श्रद्धालुओं के लिए कोई समुचित व्यवस्था नहीं है। श्रद्धालु घंटों तक बेरिकेट में खड़े रहते हैं, और अगर एक बार लाइन से बाहर निकल जाएं, तो उन्हें वापस लाइन में लगने नहीं दिया जाता


    शहर के लोग जैसे-तैसे दर्शन कर लेते हैं, लेकिन बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को सबसे ज्यादा कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। उज्जैन में महाकाल के बाद कालभैरव ही एक मात्र ऐसा मंदिर है, जहां भक्तों की सर्वाधिक संख्या होती है। देशभर से प्रतिदिन हजारों भक्त यहां भगवान कालभैरव के दर्शन करने आते हैं। मंदिर में सुगम दर्शन व्यवस्था के इंतजाम नहीं होने से दर्शनार्थी परेशान होते हैं। देव स्थान में बाहर से लेकर भीतर तक अव्यवस्था का आलम है। कहीं भी नियमों का पालन होता दिखाई नहीं देता है। साफ-सफाई तथा पेयजल के भी समुचित इंतजाम नहीं है। स्थानीय के साथ ही दूरदराज से आने वाले दर्शनार्थी व्यवस्था को कोसते नजर आते हैं। जिम्मेदारों का इस ओर ध्यान नहीं है।

    बाहर से शुरू हो जाती है परेशानी
    बाबा कालभैरव के दर्शन करने आने वाले भक्त जैसे ही मंदिर पहुंचते हैं, परेशानी का सिलसिला शुरू हो जता है। अव्यवस्थित पार्किंग के कारण वाहन खड़े करने में परेशानी आती है। रसूखदारों ने पार्किंग क्षेत्र में ही अवैध दुकानें लगा रखी हैं। इससे आवागमन बाधित होता है। भिक्षुकों की समस्या से भी भक्तों को सामना करना पड़ता है। दर्शन व्यवस्था का प्लान नहीं होने से भक्तों को मंदिर में प्रवेश व निर्गम के समय खासी परेशानी होती है। श्रद्धालु एकसाथ भीड़ के रूप में भीतर प्रवेश करते हैं। धक्का-मुक्की करते भक्त जैसे तैसे भगवान के दर्शन करते हैं।

    Share:

    'निर्वाचन तंत्र की निष्पक्षता...', जानिए किन पार्टियों ने एक देश एक चुनाव विधेयक का समर्थन किया

    Tue Dec 17 , 2024
    नई दिल्ली। मंगलवार को संविधान (129वां संशोधन) विधेयक, 2024 और उससे जुड़े ‘संघ राज्य क्षेत्र विधि (संशोधन) विधेयक, 2024’, जिसे एक देश एक चुनाव विधेयक भी कहा जा रहा है, लोकसभा में पेश किया गया। इस दौरान कई विपक्षी दलों ने इस विधेयक का विरोध किया। वहीं एनडीए की सहयोगी पार्टियों तेदेपा, जदयू और शिवसेना […]
    सम्बंधित ख़बरें
  • खरी-खरी
    मंगलवार का राशिफल
    मनोरंजन
    अभी-अभी
    Archives
  • ©2024 Agnibaan , All Rights Reserved