नई दिल्ली: फ्लाइट में सफर ना करने के लिए एक एयरलाइन कंपनी ने यात्रियों को गजब का ऑफर दिया. कंपनी ने कुछ यात्रियों को सीट छोड़ने के बदले 8-8 लाख रुपए देने की घोषणा की. यह मामला अमेरिका का है. डेल्टा एयरलाइंस की फ्लाइट, ग्रैंड रैपिड्स (मिशीगन) से मिनियापोलिस, मिनेसोटा जा रही थी.
इसी दौरान डेल्टा एयरलाइंस के स्टाफ ने ऐलान किया कि फ्लाइट ओवरबुक हो गई है. स्टाफ ने कहा कि जो भी यात्री अभी जाने वाली फ्लाइट में यात्रा नहीं करेंगे, उनको इसके बदले दूसरी फ्लाइट में भेजा जाएगा. इन यात्रियों को 8 लाख रुपए भी मुआवजे के तौर पर दिए जाएंगे. जेसन एटन नाम के यात्री ने इस घटना को लेकर ट्वीट किया.
2017 में तीन सदस्यों वाले ब्रिटिश परिवार को डेल्टा एयरलाइंस ने साढ़े आठ लाख रुपए दिए थे. तब भी ओवरबुक होने का मामला सामने आया था. फ्लाइट न्यूयॉर्क से फ्लोरिडा जा रही थी. ‘इंडिपेंडेट’ में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है कि कि एयरलाइन कंपनी ने अंत में यात्रियों को कितने पैसे दिए.
लेकिन इससे पहले भी इस तरह की घटनाएं सामने आ चुकी हैं. इसी साल डेल्टा ने घोषणा की थी कि ओवरबुक फ्लाइट में अपनी सीट छोड़ने वाले यात्रियों को मुआवजा मिलेगा. दरअसल, डेल्टा एयरलाइंस ने यह कदम इसलिए उठाया था क्योंकि उस साल यूनाइटेड एयरलाइंस ने अपने कर्मचारी को बिठाने के लिए बुकिंग वाले यात्री को घसीटते हुए प्लेन से नीचे उतार दिया था.
ओवरबुक क्यों करती हैं कंपनियां
कई एयरलाइन कंपनियों की तय सीटों से ज्यादा टिकट बेचने की पॉलिसी होती है. ऐसा माना जाता है कि 5 फीसदी यात्री बुकिंग के बाद भी यात्रा करने के लिए नहीं आते हैं. लेकिन जब बुकिंग करने वाले सभी यात्री किसी फ्लाइट में सफर के लिए पहुंच जाते हैं तो दिक्कत होती है.
अमेरिका में है सख्त कानून
अमेरिका में विमान यात्राओं के लिए सख्त कानून हैं. अमेरिका में अगर कोई यात्री अपनी सीट ओवरबुक होने के कारण छोड़ता है तो उसे कानूनी तौर पर मुआवजा मिलता है. यदि कोई फ्लाइट गंतव्य तक 1 घंटे की देरी से पहुंचती है तो भी यात्री को मुआवजा मिलता है.
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