उज्जैन। दीपावली पर शहर में प्रदूषण का स्तर प्रदेश में सबसे अधिक पहुंच गया था। हालांकि दीपावली के पांच दिन बाद सुधार हुआ था और प्रदूषण का स्तर 106 एक्यूआई हो गया था, लेकिन कल देव दिवाली की रात शहर की हवा फिर से जहरीली हो गई क्योंकि प्रदूषण का लेवल 184 एक्यूआई तक पहुंच गया।
उल्लेखनीय है कि दीपावली का पर्व 24 नवंबर को मनाया गया था और दीपावली की रात खूब पटाखे फूटे थे और आतिशबाजी हुई थी। इसके कारण शहर में प्रदूषण का लेवल बढ़कर 265 एक्यूआई तक पहुंच गया था। इसके चार दिन बाद इसमें सुधार हुआ था और पिछले सप्ताह यह 106 एक्यूआई पर आ गया था। इधर कल रात देव प्रबोधिनी एकादशी की शाम शहर में फिर से पटाखे फूटे थे और आतिशबाजी हुई थी। इसके कारण बीती रात 12 बजे के करीब उज्जैन शहरी क्षेत्र की वायु गुणवत्ता का सूचकांक 184 एक्यूआई तक पहुंच गया, जो इस बात का सूचक है कि छोटी दीपावली की रात शहर की हवा में प्रदूषण बढ़ गया है।
डब्ल्यूएचओ की गाईड लाईन के मुताबिक 50 से कम एक्यूआई को स्वास्थ्य के लिए बेहतर माना जाता है और इससे अधिक हानिकारक होता है। शहर में बढ़ते वायु प्रदूषण के पीछे दीपावली वाले दिन एक दिन की आतिशबाजी कोई बड़ा कारण नहीं है। मुख्य बड़ा कारण तीन साल से चल रहे सीवेज लाईन बिछाने का कार्य है। इसके कारण सड़के खुदी हुई है। बारिश में खराब हुई सड़कों का भी पेंचवर्क नहीं होने से दिन-रात धूल के गुबार उठ रहे हैं। उज्जैन की हवा खराब करने में इन दो कारणों का 80 फीसदी से ज्यादा योगदान है।
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