इंदौर। जन्म से लेकर मृत्यु तक सरकार गरीब वर्ग के परिवारों को मदद करवाने के लिए योजनाएं संचालित कर रही हैं, लेकिन कई ऐसे परिवार जो इन योजनाओं के लिए पात्रता नहीं रखते और आर्थिक रूप से कमजोर हैं, उनकी मदद के लिए जिला प्रशासन द्वारा तैयार किया गया सेवासेतु ऐप सहारा बनेगा। शनिवार को दानदाताओं और जरूररमदों के बीच सेतु बनकर प्रशासन रजिस्ट्रेशन कराएगा। इस ऑनलाइन प्लेटफार्म से दानदाताओं को जोड़ा जाएगा।
दान देने और लेने के लिए अब न किसी आवेदक को भटकना होगा और न ही दानदाताओं को, जिसके लिए प्रशासन ने ऐप तैयार किया है। शनिवार को दानदाताओं और जरूरतमंदों के बीच सामंजस्य स्थापित करने के लिए प्रशासन एक बड़ी बैठक बुला रहा है। शहर के सभी दानदाताओं, जो जरूरतमंदों की मदद करना चाहते हैं, अपना रजिस्ट्रेशन इस तरह से ऐप पर करा सकते हैं। ज्ञात हो कि हाल ही में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सेवासेतु ऐप को लांच किया था, जिसकी सफलता के बाद इसे प्रदेश स्तर पर भी संचालित करने के निर्देश दिए गए थे।
जनसुनवाई में नहीं लगेगी भीड़
कलेक्टर कार्यालय में हर मंगलवार जनसुनवाई के दौरान आर्थिक सहायता के आवेदनों की भरमार रहती है। बच्चों की फीस भरने, सिलाई मशीन, ट्रायसिकल, स्कूटी के साथ-साथ बीमारी के लिए भी आर्थिक मदद की गुहार लगाई जाती है। कलेक्टर द्वारा रेडक्रास सोसायटी के फंड से तात्कालिक मदद की जाती है, लेकिन आवेदकों को लम्बे इंतजार के बाद सहायता मुहैया हो पाती है, जिसे आसान बनाते हुए जिला प्रशासन दानदाताओं के साथ आवेदकों को भी इस ऐप में शामिल करना चाहता है, जिसके लिए बैठक आहूत की गई है।
गुप्त दान कर सकेंगे
इंदौर शहर दानदाताओ का शहर है। यहां बड़ी और छोटी मदद के लिए दानदाता जरूरतमंदों की तलाश करते रहते हैें, वहीं कई आवेदक एनजीओ के माध्यम से ही आवेदन लगाते हैं। इस व्यवस्था को एक प्लेटफार्म पर लाते हुए समाजसेवा से जुड़े लोगों को एकत्रित किया गया है। ऐप पर आवेदक आवेदन करेंगे और प्रशासन संबंधित विभाग से आवेदन की जांच कराने के साथ-साथ स्कूटनिक करेगा। वेरिफाई होने के बाद मदद की जाएगी, वहीं दानदाता भी गुप्त तरीके से लोगों की मदद कर सकेंगे।
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