ग्वालियर: जेल में बंद कैदियों (prisoners) को सुधारने के लिए जेल प्रशासन (prison administration) कुछ न कुछ नये-नये प्रयास हमेशा से करता रहता है. कई कैदी तो ऐसे होते है, जिन्हें उम्रकैद की सजा (a life sentence) हो जाती है, तो कुछ कम उम्र में ही जेल आ जाते है. अब ऐसे कैदियों को बाकी की जिंदगी जेल में ही गुजारना पड़ जाती है. जिसकी वजह से उनके सपने या पढ़ाई भी पूरी नहीं हो पाती. लेकिन अब ग्वालियर से ऐसा मामला सामने आया है, जिसे सुनकर कैदियों में खुशी का माहौल होगा. दरअसल जीवाजी यूनिवर्सिटी (Jiwaji University) ने कैदियों के लिए कोर्स शुरू करने का फैसला लिया है.
बता दें कि सेंट्रल जेल में बंद कैदियों को जेल के अंदर ही स्किल डेवलपमेंट कोर्स करने का मौका अब मध्यप्रदेश में मिलने जा रहा है. इसके लिए ग्वालियर के जीवाजी विश्वविद्यालय ने अनूठी पहले शुरू की है. कैदियों के लिए विश्वविद्यालय की ये पहल इसलिए कर रहा है, ताकि ये कोर्स करने जब जेल में बंद कैदी जब आजाद होंगे तो वो समाज की मुख्यधारा में शामिल होकर रोजगार को हासिल करेंगे.
दरअसल ग्वालियर की जीवाजी यूनिवर्सिटी अब डिस्टेंस एजुकेशन के माध्यम से सेंट्रल जेल में बंद कैदियों को सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स करवाएगी. इसके लिए यूनिवर्सिटी ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है. यूनिवर्सिटी की तरफ से एक प्रस्तवा जेल आईजी को भी भेज दिया गया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इसकी सहमति भी मिल चुकी है, जल्द ही औपचारिक घोषणा कर दी जाएगी.
जीवाजी यूनिवर्सिटी डिस्टेंस एजुकेशन की मदद से जेल में बंद कैदियों को अलग-अलग डिप्लोम और सर्टिफिकेट कोर्स करवाएगा. जिससे कैदियों का स्किल डेवलपमेंट होगा. जब ये कैदी जेल से बाहर आएंगे तो समाज की मुख्यधारा से आसानी से जुड़ जाएंगे. जीवाजी यूनिवर्सिटी ग्वालियर सेंट्रल में पत्रकारिता का पाठ, योगा टीचर, फैशन डिजाइनिंग, ज्योतिष, जीएसटी, पीजी डिप्लोमा इन एचआरडी, ग्रामीण पत्रकारिता, कंप्यूटर एप्लीकेशन के भी विशेषज्ञों द्वारा इसकी पढ़ाई करवाई जाएंगी. साथ ही इनके सर्टिफिकेट भी दिए जाएंगे.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved