इंदौर। शहर में एडवाइजरी कंपनी (advisory company) के नाम पर लोगों से ठगी की कई घटनाएं हो चुकी हैं। कई कंपनियों पर पुलिस (Police) और अन्य एजेंसियां लगातार कार्रवाई कर रही हैं। कुछ दिन पहले एसटीएफ (STF) ने ऐसी ही तीन फर्जी एडवाइजरी कंपनियों (Advisory Companies) पर कार्रवाई की थी, लेकिन कुछ आरोपी फरार थे। पुलिस उनकी तलाश कर रही थी। पुलिस को जांच में पता चला कि एक फरार आरोपी देवास (Dewas) में तो दूसरा इंदौर में ही स्थान बदलकर एडवाइजरी कंपनी का संचालन कर रहा है। पुलिस ने एक सप्ताह में दोनों स्थानों पर छापे मारे और तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने वहां से बड़ी मात्रा में मोबाइल, लैपटॉप और डायरियां जब्त की हैं।
पिछले कुछ सालों से शहर में बड़ी संख्या में सेबी की अनुमति के बिना कई फर्जी एडवाइजरी कंपनियां (Fake Advisory Companies) चल रही हैं। एसटीएफ, पुलिस, साइबर सेल (STF,Police,Cyber Cell) सहित पुलिस की कई एजेंसियों ने इनके खिलाफ कार्रवाई की है। कुछ माह पहले एसटीएफ ने ऐसी ही तीन फर्जी कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की थी। इसमें कुछ लोग तो पकड़े गए, जबकि कुछ फरार थे। एक सप्ताह से पुलिस लगातार उनकी तलाश में लगी हुई थी। इसी बीच एसटीएफ एसपी मनीष खत्री (STF SP Manish Khatri)को सूचना मिली थी कि स्टार इंटरप्राइजेस के मामले में फरार आरोपी प्रदीप पिता जगदीश हालदार देवास में ही स्थान बदलकर एबी रोड पर आनंदबाग (Anandbagh) में कंपनी का संचालन कर रहा है। यहां उसका साथी नजररुद्दीन शेख भी है। इस पर टीम ने वहां छापा मारकर दोनों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने यहां से 11 मोबाइल, 11 डायरियां और डाटाशीट जब्त की हैं।
वहीं दूसरा मामला मास्क इनोवेशन (Mask Innovation) नामक कंपनी का है। पुलिस ने इस एडवाइजरी कंपनी (Advisory Company) पर छापा मारा था, लेकिन आरोपी संचालक विशाल लाड फरार हो गया था। पुलिस को पता चला था कि उसने जंजीरावाला चौराहा (janjirawala Chauraha) से ऑफिस बंद कर दिया है और गीता भवन क्षेत्र (Geeta Bhawan Area) की एक बिल्डिंग की दूसरी मंजिल पर ऑफिस चला रहा है। इस पर एसटीएफ की टीम ने वहां छापा मारकर उसे पकड़ लिया। पुलिस ने यहां से 10 मोबाइल और 9 लैपटॉप जब्त किए हैं। इसके अलावा भी कुछ और एडवाइजरी कंपनियों की जानकारी एसटीएफ को मिली है, जिनके खिलाफ जल्द कार्रवाई हो सकती है।
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