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    निकेल की कीमतों में बढ़ोतरी से महंगी हुईं टेस्ला की इलेक्ट्रिक कारें, जानिए कितने बढ़ गए दाम

  • March 16, 2022


    नई दिल्ली: कच्चे माल की बढ़ती कीमतों और ग्लोबल चिप की कमी (Global chip shortage) से प्रभावित, एलन मस्क (Elon Musk) की कंपनी टेस्ला (Tesla) ने इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) के लिए अपने लाइन-अप में कीमतों में बढ़ोतरी की है और सबसे सस्ती मॉडल 3 (Tesla Model 3) रियर-व्हील ड्राइव कार की कीमत अब पहले के 44,990 डॉलर के बजाए 46,990 डॉलर है. टेस्ला के टॉप-एंड मॉडल एक्स ट्राई मोटर मॉडल की कीमत में 12,500 डॉलर की बढ़ोतरी हुई, जो 126,490 डॉलर से बढ़कर 138,990 डॉलर हो गया.

    टेस्ला ने पिछले हफ्ते मॉडल 3 और मॉडल वाई की कीमतों में 1,000 डॉलर की बढ़ोतरी की थी, क्योंकि निकेल की कीमतें 100,000 डॉलर प्रति टन को पार कर गईं. जहां मॉडल 3 लॉन्ग रेंज की कीमत 51,990 डॉलर से बढ़ाकर 54,490 डॉलर कर दी गई है, वहीं मॉडल 3 परफॉर्मेंस वेरिएंट की कीमत अब 61,990 डॉलर (पहले 58,990 डॉलर) होगी. वेबैक मशीन के आंकड़ों के मुताबिक, मॉडल वाई लॉन्ग रेंज की कीमत 59,990 डॉलर से बढ़ाकर 62,990 डॉलर कर दी गई है और मॉडल वाई परफॉर्मेंस मॉडल की कीमत 67,990 डॉलर (पहले 64,990 डॉलर) होगी.


    एलन मस्क ने सोमवार को कहा कि टेस्ला और स्पेसएक्स कच्चे माल के साथ-साथ लॉजिस्टिक में जरूरी मुद्रास्फीति (inflation) के दबाव का सामना कर रहे हैं. एलन मस्क ने एक ट्वीट में कहा, टेस्ला और स्पेसएक्स कच्चे माल और लॉजिस्टिक्स में हालिया मुद्रास्फीति के दबाव को देख रहे हैं. हालांकि, उन्होंने कहा कि उनकी कंपनियां अकेली नहीं हैं, क्योंकि यूक्रेन-रूस संघर्ष ने 2008 के बाद से कमोडिटी की कीमतों को अपने सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंचा दिया है. रूस के यूक्रेन पर आक्रमण के मद्देनजर स्टील, निकेल और पैलेडियम जैसे ईवी बनाने के लिए उपयोग किए जाने वाले कच्चे माल की कीमतें बढ़ गई हैं.

    इलेक्ट्रेक की रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में, टेस्ला ने कई मूल्य वृद्धि की और इसे कोविड-19 महामारी के बाद सप्लाई चेन की बाधाओं के दबाव में होने के लिए दोषी ठहराया. निकेल की बढ़ती कीमतों ने एलन मस्क और दूसरे वाहन निर्माताओं के जल्द ही सस्ती इलेक्ट्रिक कारों को पेश करने के सपने को मुश्किल में डाल दिया है. निकेल लंबे समय से बैटरी में व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है, आमतौर पर निकेल कैडमियम में और लंबे समय तक चलने वाली निकेल धातु हाइड्राइड रिचार्जेबल बैटरी में, जो 1980 के दशक में सामने आई थी.

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