डेस्क: कश्मीर (Kashmir) में हाल ही में बदले माहौल के बाद केंद्र सरकार (Central Government) के कई वरिष्ठ अधिकारी कश्मीर में हैं. खासतौर पर एक स्पेशल टेक्निकल टीम भी कश्मीर में है, जो लगातार आतंकियों के इलेक्ट्रोनिक फूट प्रिंट तलाशने में लगी है. इसके लिए बड़ी संख्या में फ़ोन सर्विलांस भी किए जा रहे हैं. लेकिन इंटेलिजेंस टीम को लगातार यें भी इनपुट मिल रहे हैं कि आतंकी अब आपस में बातचीत के लिए पर्सनल मेल बॉक्स यानी चिट ओर चिट्ठियों का इस्तेमाल ज़्यादा कर रहे हैं.
मतलब फ़ोन और सैटेलाइट फोन का इस्तेमाल कम करके पुराने तरीक़ों का इस्तेमाल ज़्यादा किया जा रहा है. इसके लिए सबसे ज़्यादा मदद OGW की ली गई है जो हतियारों के साथ साथ मैसेज पहुंचाने के लिए युवाओं का इस्तेमाल कर रहे हैं. हालांकि ये तरीक़ा बेहद पुराना है लेकिन इस चैन को पता करने में समय ज़्यादा लगता है. सुरक्षा एजेंसियों ने भारी तादाद में जिन लोगों को पूछताछ के लिए उठाया है, दरसल वो इसी काम के लिए इस्तेमाल हो रहे थे.
बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने की फिराक में आतंकी
वहीं दूसरी ओर कश्मीर में ईद से पहले आतंकी कुछ बड़ा करने की फिराक में है .सुरक्षा एंजसियों ने अंदेशा जताया है कि आतंकी ईद से पहले किसी बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देकर कश्मीर में अशांति फैलाना चाहते है जिसमें उनका टार्गेट धार्मिक स्थल जैसे मंदिर और गुरुद्वारा हो सकते हैं. सुरक्षा एजेंसिया के मुताबिक आतंकी ऐसा करके कश्मीर में वो ही माहौल बनना चाहते है जो की बुहरान के एंकाउंटर के बाद बना था.
दरसल ये इसलिए किया जा रहा है, क्योंकि आतंकी चाहते हैं की घाटी में कम्यूनल रिफ़्ट बड़े और दंगे जैसे माहौल बनाया जा सकें. इसी के लिए लगातार अल्पसंख्यकों को टार्गेट किया जा रहा है. हालांकि इसको लेकर सेंटर ने कई बड़े अधिकारी की टीम को कश्मीर में भेजा है जिसका मकसद कश्मीर में OGW और आतंकी के बीच बने नए नेक्सस को तोड़ना है. सुरक्षा एजेंसियों के करीब 5 वरिष्ठ अधिकारियों की टीम कश्मीर में है जिसने दो ओफ़िसर IB के , 2 RAW और 1 NIA का भी है.
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