नई दिल्ली। वह पाकिस्तान(Pakistan) से भारत(India) पहुंचा। उसने नाम बदला। दिल्ली में 3 ठिकाने चुने। इसमें से एक ठिकाना लक्ष्मी नगर को बनाया। अशरफ उर्फ अली अहमद नूरी के मंसूबे बेहद खतरनाक थे। दिल्ली में दशहरे-दिवाली के जश्न को मातम में बदलने की वह पूरी प्लैनिंग करके आया था। उसके पाकिस्तानी आकाओं ने इसके लिए उसे पूरी ट्रेनिंग दी थी। AK-47 जैसा घातक हथियार और ग्रेनेड का मिलना यह बताता है। वह तो शुक्र रहा दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल का जो पाक की इस साजिश को लेकर मुस्तैद थी और समय रहते उसने अशरफ को धर दबोचा। आखिर यह पाकिस्तानी आतंकी किन मंसूबों के साथ दिल्ली पहुंचा था? सुरक्षा एजेंसियों से पूछताछ में उसने क्या-क्या उगला है, जानिए पांच बड़ी बातें..
कैसे गिरफ्तार हुआ?
हाल में दिल्ली में पाकिस्तान बेस्ड मॉड्यूल के आतंकी पकड़े गए थे। स्पेशल सेल इसी को लेकर सतर्क थी। दिल्ली पुलिस को अशरफ अली के लक्ष्मी नगर के रमेश पार्क में होने की सूचना मिली थी। इसके बाद स्पेशल सेल की टीम ने रमेश नगर में रेड मारकर इसे सोमवार रात को गिरफ्तार किया।
आतंकी के पास से क्या-क्या मिला?
गिरफ्तार आतंकी के पास से एक AK-47 राइफल के साथ एक एक्स्ट्रा मैगजीन व 60 राउंड गोली, एक हैंड ग्रेनेड, 50 राउंड गोली के साथ 2 अत्याधुनिक पिस्टल जब्त की गई है।
दिल्ली में कहां-कहां ठिकाने?
आतंकी अशरफ अली ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर भारतीय पहचान पत्र हासिल कर लिया था। यह दिल्ली में अली अहमद नूरी के नाम से रह रहा था। अशरफ लक्ष्मीनगर के रमेश पार्क इलाके में रह रहा था। वह हमले के लिए सही मौके और अपने आकाओं के ग्रीन सिग्नल के इंतजार में था। आतंकी साजिश किस कदर फुल प्रूफ थी इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अशरफ ने दिल्ली में लक्ष्मी नगर के अलावा अपने तीन ठिकाने बना लिए थे। सूत्रों के मुताबिक उसने लोकल सपोर्ट की मदद से फर्जी दस्तावेज तक तैयार कर लिए थे। उसने पुरानी दिल्ली के तुर्कमान गेट से अपनी यह फर्जी आईडी बनवाई थी।
पाकिस्तान से क्या है कनेक्शन ?
आतंकी अशरफ अली पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का रहने वाला है। अशरफ अली को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की तरफ से भारत में आतंकी हमले के लिए स्पेशल ट्रेनिंग दी गई थी। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद इसे नेपाल के रास्ते भारत भेजा गया था।
क्या थे मंसूबे?
आतंकी अशरफ अली दिवाली से पहले दिल्ली समेत देश के अन्य हिस्सों में हमलों को अंजाम देने के लिए आया था। इसकी साजिश त्योहारों से पहले राजधानी को धमाकों से दहलाने की थी। सुरक्षा एजेंसियां आतंकी अशरफ अली से लगातार पूछताछ कर रही हैं। शुरुआती जानकारी के आधार पर राजधानी के अलग-अलग हिस्सों में छापे मारे जा रहे हैं।
लक्ष्मी नगर ही क्यों चुना?
खुफिया एजेंसियों के मुताबिक अशरफ ने लक्ष्मी नगर में अपना ठिकाना बेहद सोच-समझकर बनाया था। लक्ष्मी नगर की अगर लोकेशन देखें तो यहां से दिल्ली का वीपीआईपी इलाका यमुना के एक पुल भर की दूरी पर है। आईटीओ के साथ ही लुटियंस के उस इलाके में जहां पीएम समेत सभी सांसद और वीवीआईपी रहते हैं। लक्ष्मी नगर से कुछ ही मिनटों की दूरी पर ये जगहें हैं।
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