मुंबई: सुरक्षा व्यवस्था के मुद्दे पर नाकामी के कारण लंबे समय तक दुनिया की शीर्ष क्रिकेट टीमों की मेजबानी से वंचित रहने वाले पाकिस्तान के लिए शुक्रवार 4 मार्च का दिन ऐतिहासिक था. करीब 24 साल के लंबे इंतजार के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पाकिस्तान (Pakistan vs Australia) के मैदान पर पहली बार टेस्ट मैच खेलने उतरी.
रावलपिंडी (Rawalpindi) के मशहूर पिंडी क्रिकेट स्टेडियम में पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मैच शुरू हुआ, लेकिन कुछ ही घंटों के अंदर फिर पाकिस्तान में सुरक्षा हालात की पोल खुल गई. रावलपिंडी से करीब 190 किलोमीटर दूर पेशावर में एक जबरदस्त बम धमाका (Peshawar Bomb Blast) हुआ, जिसमें करीब 50 लोगों की जान चली गई. इससे ऑस्ट्रेलिया के पाकिस्तान में बने रहने पर सवाल खड़े होते दिख रहे हैं.
पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, पेशावर में दोपहर को शुक्रवार की नमाज के दौरान एक मस्जिद में जबरदस्त बम विस्फोट हो गया, जिसमें करीब 30 लोगों की मौत हो गई, जबकि 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए. अभी तक किसी भी आतंकी संगठन ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली है.
जानकारी के मुताबिक, मृतकों का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है. पेशावर पुलिस के मुताबिक, दो हमलावरों ने मस्जिद में घुसने की कोशिश की थी, जिससे रोकने पर उन्होंने पुलिसकर्मियों पर गोली चला दी. इसमें एक पुलिसकर्मी की वहीं मौत हो गई, जबकि दूसरा घायल हो गया. इसके तुरंत बाद मस्जिद में धमाका हो गया.
क्या जारी रहेगा ऑस्ट्रेलिया का ऐतिहासिक दौरा?
इस धमाके ने पाकिस्तान-ऑस्ट्रेलिया सीरीज के आगे जारी रहने पर सवाल खड़े कर दिए हैं. ऑस्ट्रेलियाई टीम 1998 के बाद पहली बार पाकिस्तान आई है, जहां उसे 3 टेस्ट मैच, 3 वनडे और 1 टी20 मैच खेलने हैं. शुक्रवार को इस पूरे दौरे में पहले टेस्ट मैच का पहला ही दिन था और पहले ही दिन रावलपिंडी से करीब 190 किलोमीटर दूर इस धमाके से सवाल उठने लगे हैं कि क्या ऑस्ट्रेलियाई टीम दौरा जारी रखेगी या वापस जाएगी.
न्यूजीलैंड-इंग्लैंड ने रद्द किया था दौरा
इससे पहले पिछले साल ही न्यूजीलैंड की टीम आतंकी हमले की खूफिया जानकारी मिलने के बाद पाकिस्तान से कोई भी मैच खेले बिना लौट गई थी. इसके बाद इंग्लैंड ने भी अपना दौरा रद्द कर दिया था. इसको लेकर पाकिस्तानी क्रिकेट बोर्ड और पाकिस्तानी क्रिकेट बिरादरी में भारी आक्रोश था, लेकिन इस घटना के बाद पाकिस्तान में फिर से क्रिकेट टीमों का दौरा संकट में पड़ता दिख रहा है.
2009 में श्रीलंकाई टीम पर हुआ था हमला
2009 में पाकिस्तान में श्रीलंकाई टीम पर आतंकी हमला हुआ था. तब लाहौर में टेस्ट मैच के लिए जा रही श्रीलंकाई टीम की बस पर कई आतंकियों ने जमकर गोलियां बरसाई थीं, जिसमें एक खिलाड़ी और एक अंपायर घायल हुए थे. इसके बाद श्रीलंकाई टीम को स्टेडियम में हेलीकॉप्टर के जरिए लौटाया गया था. इसके बाद से ही लंबे वक्त तक पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला गया था. हालांकि, पिछले 4-5 साल में स्थिति में बदलाव आया था और टीमें फिर से लौटने लगी थीं, लेकिन इस घटना से फिर काले बादल मंडराने लगे हैं.
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