इन्दौर। सरवटे बस स्टैंड पर एक बार फिर एजेंटों का आतंक शुरू हो गया है। यहां आने वाले यात्रियों को बसों में बैठाने को लेकर एजेंट रोजाना उनसे बदतमीजी कर रहे हैं। कल भी एक बुजुर्ग महिला यात्री और उसके बेटे द्वारा बस में बैठने से इनकार करने पर दो एजेंटों ने उनके साथ मारपीट की। यात्रियों ने इसकी शिकायत पुलिस से भी की है। इंदौर से कहीं जाने के लिए सरवटे बस स्टैंड पर जाकर बस ढूंढना मुश्किल नहीं है, बल्कि यहां एजेंटों से छुटकारा पाना सबसे मुश्किल है। एजेंट बस स्टैंड में प्रवेश के पहले ही यात्रियों को घेर लेते हैं और गंतव्य बताने पर यात्रियों से ठसाठस भरी बसों में या काफी देर बाद जाने वाली बसों में भी बैठने के लिए दबाव बनाते हैं। बात न मानने पर गाली-गलौज से लेकर मारपीट पर आ जाते हैं। कल भी ऐसी ही एक घटना हुई। फिरोज गांधी नगर में रहने वाली एक बुजुर्ग महिला चित्रलेखा अपने बेटे के साथ सनावद जाने के लिए बस स्टैंड पहुंची।
यहां उज्जैन गेट के पास ही उन्हें कुछ एजेंटों ने रोक लिया। उनसे पूछा कहां जाना है तो उन्होंने सनावद बताया। इस पर दो एजेंट संदीप सोनकर और सुनील उनसे एक बस में बैठने को लेकर दबाव बनाने लगे। इस पर महिला ने कहा कि हमें जिस बस में जाना होगा, उसमें जाएंगे, आप अपना काम कीजिए। इस बात पर दोनों एजेंट भडक़ गए और महिला व उसके बेटे के साथ गाली-गलौज करते हुए मारपीट करने लगे। इसके बाद महिला वहीं गिर गई। उसने जब पुलिस से शिकायत की धमकी दी तो एजेंटों ने उसे जान से मारने की धमकी दे डाली, तभी कुछ लोगों ने आकर बीचबचाव कर यात्रियों को छुड़वाया। यात्री तुरंत छोटी ग्वालटोली थाने पहुंचे और दोनों आरोपियों के खिलाफ शिकायत की। इस पर पुलिस ने दोनों के खिलाफ मारपीट और जान से मारने की धमकी देने का प्रकरण दर्ज किया है। बताया जा रहा है कि दोनों आरोपी कृष्णा बस के लिए एजेंटी करते हैं। पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया है, जबकि एक आरोपी अभी फरार है। यह एक घटना है, लेकिन यहां ऐसी घटनाएं दिनभर देखी जा सकती हैं। एजेंटों से बचाव के लिए बस स्टैंड पर पुलिस-प्रशासन की ओर से भी कोई इंतजाम नहीं है।
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