बीजिंग/मनीला (Beijing/Manila)। विवादित दक्षिण चीन सागर (Disputed South China Sea) में अपने दावों को स्थापित करने के लिए चीन-फिलीपीन टकराव (Sino-Philippine conflict) ने सोमवार को हिंसक रूप ले लिया जब उनके नौसैनिक जहाजों (Naval ships) के बीच पहली बार टकराव हुआ। बीजिंग ने विदेशी जहाजों के खिलाफ कार्रवाई करने और चीनी जल क्षेत्र में “नियमों का उल्लंघन करने के संदेह में” विदेशियों को हिरासत में लेने के लिए नए नियम जारी करने के बाद यह पहली ऐसी घटना हुई।
चीन दक्षिण चीन सागर (एससीएस) के अधिकांश हिस्से पर अपना दावा करता है, हालांकि फिलीपीन, मलेशिया, वियतनाम, ब्रुनेई और ताइवान भी उस पर हक जताते हैं जिसे लेकर क्षेत्र में गहरा विवाद है। चीन के तटरक्षक बल ने बताया कि फिलीपीन के एक पोत और एक चीनी जहाज के बीच टक्कर हो गई, यह घटना उस समय हुई जब फिलीपीन का जहाज ‘सेकेंड थॉमस शोल’ के पास के पानी में “अवैध रूप से प्रवेश किया” और “खतरनाक तरीके से” चीनी जहाज के पास पहुंच गया।
पिछले कुछ महीनों में दोनों देशों की नौसेनाओं और तटरक्षकों के बीच टकराव की स्थिति बनी हुई है, क्योंकि फिलीपीन ने दक्षिण चीन सागर में सेकेंड थॉमस शोल पर अपना दावा जताने के लिए जोरदार प्रयास किया है, जिस पर चीन का दावा है।
चीन का आरोप है कि फिलीपीन ने 1999 में सेकेंड थॉमस शोल, जिसे वह रेनाई जियाओ कहता है, में जानबूझकर एक नौसैनिक जहाज को किनारे पर खड़ा कर दिया था और क्षतिग्रस्त जहाज को नौसैनिक कर्मियों द्वारा संचालित एक स्थायी प्रतिष्ठान में परिवर्तित कर दिया था।
तटरक्षक बल के अनुसार, सोमवार की सुबह चीनी जहाज ने फिलीपीन के जहाज को निर्माण सामग्री पहुंचाने से रोकने के लिए उससे टक्कर मार दी। तटरक्षक बल के बयान में कहा गया कि उसके जहाज ने सोमवार की सुबह रेनाई जियाओ के निकट जलक्षेत्र में फिलीपीन के एक जहाज द्वारा अवैध घुसपैठ के जवाब में नियामक उपाय किए हैं।
इसमें कहा गया है कि एक फिलीपीन आपूर्ति जहाज, चीनी पक्ष की ओर से बार-बार दी गई कड़ी चेतावनियों की अनदेखी करते हुए, जानबूझकर और खतरनाक तरीके से रेनाई जियाओ के निकटवर्ती जलक्षेत्र में सामान्य रूप से नौकायन कर रहे चीनी जहाजों के पास पहुंच गया।
बयान में कहा गया है कि इस घटना ने समुद्र में टकराव की रोकथाम के लिए अंतरराष्ट्रीय विनियमों का उल्लंघन किया। इस घटना के कारण मामूली टक्कर हुई, जिसके लिए पूरी तरह से जिम्मेदारी फिलीपीन पक्ष की है।
बयान में हालांकि किसी भी पक्ष को किसी प्रकार की क्षति या चोट का उल्लेख नहीं किया गया।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved