प्राधिकरण भंवरकुआं ओवरब्रिज के लिए जारी करेगा वर्क आर्डर, अन्य 8 के लिए फिजिकल सर्वे भी होगा, चल रहे विकास कार्यों का अध्यक्ष और सीईओ अब रोजाना करेंगे अवलोकन
इन्दौर। आचार संहिता समाप्त होते ही प्राधिकरण दो फ्लायओवर (two flyovers) के आए टेंडरों (Tenders) को आज-कल में खोलेगा। पिछले दिनों भंवरकुआं फ्लायओवर के लिए 47.23 करोड़ रुपये का टेंडर प्राप्त हुआ था, उसे अगली बोर्ड बैठक में मंजूर कर वर्कआर्डर (workorder) जारी किए जाएंगे। अन्य 8 जो फ्लायओवर शहर में बनाने का दावा प्राधिकरण ने किया है, उसके लिए फिजिबिलिटी सर्वे भी कराया जाएगा। शासन द्वारा मंजूर की गई चार टीपीएस योजनाओं के अलावा सुपर कॉरिडोर सहित अन्य योजनाओं ( schemes) में जो विकास कार्य चल रहे हैं, उनमें भी तेजी आएगी। अध्यक्ष और सीईओ अब निरंतर इन विकास कार्यों का मौका-मुआयना करेंगे। प्राधिकरण अध्यक्ष ने चुनाव परिणाम के बाद अगले ही दिन अधिकारियों के साथ लंबी बैठक कर चल रहे कार्यों की जानकारी ली और मौके पर जाकर उनकी प्रगति की समीक्षा भी की जाएगी।
प्राधिकरण ने हालांकि आचार संहिता लगने से पहले तीन फ्लायओवरों के टेंडर बुला लिए थे, जिनमें से भंवरकुआं फ्लायओवर का टेंडर पिछले दिनों खोला गया। सिक्स लेन के इस फ्लायओवर के लिए इन्दौर की ही फेरो कांक्रीट कंसल्टिंग इंडिया प्रा.लि. ने न्यूनतम 47.23 करोड़ की राशि का टेंडर भरा है। उल्लेखनीय है कि भंवरकुआं से तेजाजी नगर तक फोरलेन सडक़ का निर्माण नगर निगम करा रहा है। लवकुश चौराहा और खजराना चौराहा के भी वित्तीय टेंडर प्राधिकरण को प्राप्त हो गए हैं, मगर आचार संहिता के चलते इन्हें खोला नहीं गया था। आज-कल में इन दोनों फ्लायओवरों के भी टेंडर खोल लिए जाएंगे। प्राधिकरण ने इन दोनों फ्लायओवर की अनुमानित कीमत 117 करोड़ रुपये आंकी है, जिसमें से लगभग 62 करोड़ रुपये लवकुश चौराहे और 55 करोड़ रुपये खजराना फ्लायओवर की निर्माण लागत आंकी गई। अब टेंडर खुलने के बाद ही पता चलेगा कि कितनी राशि के टेंडर निर्माण फर्मों से भरे हैं। इसके अलावा प्राधिकरण अन्य 8 जो फ्लायओवर प्रस्तावित किए गए हैं, का फिजिबिलिटी सर्वे भी करवाएगा।
प्राधिकरण अध्यक्ष जयपालसिंह चावड़ा के मुताबिक अब आचार संहिता चूंकि खत्म हो गई है। लिहाजा जिन फ्लायओवरों के टेंडर मिले हैं, उन्हें जल्द मंजूरी दी जाएगी। अभी प्राधिकरण की बोर्ड बैठक भी संभवत: अगले हफ्ते तक बुला ली जाएगी, जिसमें इन टेंडरों की मंजूरी के साथ नए विकास कार्यों के प्रस्तावों को भी शामिल किया जाएगा। टीपीएस सहित अन्य योजनाओं में जो विकास कार्य पहले से चल रहे हैं उनकी भी जानकारी संबंधित अधिकारियों से ली गई है और अब मौका-मुआयना भी शुरू किया जाएगा। कुमेड़ी और पालदा में बन रहे आईएसबीटी के अलावा सुपर कॉरिडोर पर चल रहे विकास कार्यों को मौके पर जाकर देखा जाएगा, वहीं सीईओ आर.पी. अहीरवार के मुताबिक शासन ने जिन पांच टीपीएस योजनाओं को पिछले दिनों मंजूरी दी, उनमें भी विकास कार्य शुरू करवाए जा रहे हैं।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved