इंदौर। विधानसभा चुनाव निपटते ही मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने इंदौर में मेट्रो कॉरिडोर का काम आगे बढ़ाने की तैयारी कर ली है। पिछले दिनों तीसरे चरण में मेट्रो कंपनी ने रोबोट चौराहा (शहीद पार्क) से पलासिया तक कॉरिडोर बनाने के वित्तीय टेंडर खोले गए। इस काम को लेने के लिए रेल विकास निगम लि. और यूआरसी जॉइंट वेंचर सबसे आगे है, क्योंकि उसने सबसे न्यूनतम दरों में काम करने की पेशकश की है।
अपुष्ट खबर है कि आरवीएनएल-यूआरसी ने करीब 543 करोड़ रुपए में यह काम करने का आफर दिया है। माना जा रहा है कि दिसंबर अंत या जनवरी के हफ्ते में औपचारिक रूप से कंपनी को काम सौंप दिया जाएगा। मेट्रो कंपनी ने इस कॉरिडोर की बनवाने की अनुमानित लागत 495.32 करोड़ रुपए आंकी थी। इसमें वायाडक्ट के अलावा पांच मेट्रो स्टेशन बनाने का काम भी शामिल है, जिनमें शहीद पार्क, खजराना, बंगाली चौराहा, कनाडिय़ा रोड, पत्रकार कॉलोनी और पलासिया मेट्रो स्टेशन शामिल हैं। करीब पांच किलोमीटर लंबे हिस्से का कॉरिडोर और स्टेशन बनवाने के लिए चुनी गई कंपनी को 1092 दिन (लगभग तीन साल) में यह काम पूरा करना होगा। सुपर कॉरिडोर और एमआर-10 के बाद रिंग रोड होते हुए पहली बार मेट्रो का काम सबसे संकरे और सघन हिस्से में होने जा रहा है।
काम जल्दी हो सकेगा
मेट्रो कंपनी के सूत्रों ने बताया कि आरवीएनएल-यूआरसी पहले ही गांधीनगर से एमआर-10 ब्रिज के बीच वायाडक्ट और मेट्रो स्टेशन बनाने का काम कर रही है। इसी कंपनी के पास एमआर-10 ब्रिज से रोबोट चौराहा तक के मेट्रो स्टेशन बनाने का काम भी है। यदि कंपनी को पलासिया तक कॉरिडोर निर्माण का भी ठेका मिलता है, तो उसे नए सिरे से यहां स्टाफ रखने या सेटअप तैयार करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। कंपनी का कास्टिंग यार्ड भी सुपर कॉरिडोर पर बना है। इससे काम जल्दी शुरू भी हो सकेगा और उसे जल्दी पूरा करने में भी मदद मिलेगी।
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