इंदौर। मेट्रो प्रोजेक्ट (metro project) में अभी गांधी नगर से रोबोट चौराहा (Gandhi Nagar to Robot Chauraha) तक साढ़े 17 किलोमीटर के एलिवेटेड कॉरिडोर (elevated corridor) पर रात-दिन काम चल रहा है, तो अब उसके आगे के टेंडरों को भी जल्द मंजूरी दी जाएगी। पिछले दिनों मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (Metro Rail Corporation) ने रोबोट चौराहा से पलासिया तक के 5 किलोमीटर के एलिवेटेड कॉरिडोर के लिए टेंडर बुलवाए थे और अब टेक्नीकल प्रक्रिया के बाद फाइनेंशियल टेंडर के लिए 5 कम्पनियां दौड़ में है। लगभग 495 करोड़ रुपए की लागत इस कॉरिडोर के लिए आंकी गई है। अब जल्द ही टेंडर मंजूर किए जाएंगे, ताकि इस हिस्से में भी काम शुरू हो सके।
ट्रेन सीधे गांधी नगर डिपो जाएगी और इसी के जरिए ट्रायल रन लिया जाना है। फिलहाल प्रायोरिटी कॉरिडोर पर रात-दिन ट्रायल रन के बचे हुए कामों को पूरा करवाया जा रहा है। दूसरी तरफ इंदौर मेट्रो के पहले चरण, जो कि साढ़े 32 किलोमीटर का है, उसके बचे हुए लगभग 15 किलोमीटर के हिस्से के लिए भी टेंडर प्रक्रिया शुरू की गई है। रोबोट चौराहा से पलासिया के 5 किलोमीटर के एलिवेटेड कॉरिडोर में भी 5 स्टेशन निर्मित होंगे। रोबोट चौराहा के अलावा खजराना चौराहा पर, उसके बाद बंगाली चौराहा, फिर पत्रकार कॉलोनी, उसके बाद पलासिया चौराहा पर ये स्टेशन बनना है।
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों कॉर्पोरेशन ने इसकी टेंडर प्रक्रिया शुरू की थी और लगभग 495 करोड़ रुपए की कीमत आंकी गई है और तीन साल निर्माण अवधि रहेगी। अब अंतिम दौड़ में 5 कम्पनियां इस ठेके को हासिल करने के लिए बची है, जिनमें डीआरए इन्फ्राकॉन प्रा.लि. के अलावा रणजीत बिल्डकॉन, सेम इंडिया बिल्टवेल प्रा.लि. के अलावा रेल विकास निगम और आईटीडी सिमेंटेशन इंडिया लि. शामिल है। हालांकि दो और कम्पनियां भी इस दौड़ में थीं, मगर बैंक गारंटी व अन्य कारणों से उनके टेंडर अस्वीकृत हो गए। रोबोट से पलासिया तक 5 किलोमीटर के इस एलिवेटेड कॉरिडोर के फाइनेंशियल टेंडर अब जल्द ही खुलेंगे और हर मापदण्ड पर खरी साबित होने वाली कम्पनी को इसका ठेका मिलेगा।
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