नई दिल्ली । तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी (Telangana Chief Minister Revant Reddy) ने गृह मंत्री अमित शाह के छेड़छाड़ वाले वीडियो के मामले में (In Case of Doctored Video of Home Minister Amit Shah) नोटिस का जवाब देने के लिए (To respond the Notice) दिल्ली पुलिस से समय मांगा है (Seeks Time from Delhi Police) । सूत्रों ने बताया कि उनके वकील ने दिल्ली पुलिस की आईएफएसओ इकाई को एक ईमेल भेजा है।
रेड्डी के अलावा, शिव कुमार अंबाला, अस्मा तस्लीम, सतीश मन्ने और नवीन पेटेम सहित तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के चार सदस्यों को भी जांच में शामिल होने के लिए आपराधिक प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 91 और 160 के तहत तलब किया गया था। हाल ही में, लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण की समाप्ति के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का एक छेड़छाड़ किया गया वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जहां राज्य में मुसलमानों के लिए आरक्षण कोटा खत्म करने वाले उनके बयान को बदल दिया गया। ऐसा प्रतीत होता है कि वह सभी आरक्षणों को ख़त्म करने की वकालत कर रहे थे।
रविवार को दिल्ली पुलिस ने दो शिकायत मिलने के बाद एफआईआर दर्ज की, एक बीजेपी से और दूसरी गृह मंत्रालय (एमएचए) से। मामला भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 153, 153ए, 465, 469 और 171जी और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम की धारा 66सी के तहत दर्ज किया गया। इस बीच, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के एक सूत्र ने आईएएनएस को बताया कि जांचकर्ताओं को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के छेड़छाड़ किए गए वीडियो के संबंध में सोशल मीडिया दिग्गज एक्स और मेटा से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।
फर्जी वीडियो प्रसारित करने के आरोप में पुलिस ने अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से दो गुजरात से और एक असम से है। दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हम छेड़छाड़ किए गए वीडियो के स्रोत का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। इस मामले में सोशल मीडिया दिग्गजों का जवाब बेहद महत्वपूर्ण है। एक्स ने अपने प्लेटफॉर्म से सभी छेड़छाड़ किए गए वीडियो को हटा दिया है।”
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