पटना। बिहार चुनाव नतीजे के बाद पटना में तेजस्वी यादव को महागठबंधन विधायक दल का नेता चुना गया। इस दौरान तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार की जनता हमारे साथ है। हम हारे नहीं हमें हराया गया है। उन्होंने पोस्टल बैलट दोबारा गिनने की मांग की है। आरजेडी नेता ने कहा कि जनादेश महागठबंधन के साथ था लेकिन चुनाव आयोग का परिणाम एनडीए के पक्ष में था। यह पहली बार नहीं हुआ है। 2015 में जब महागठबंधन बना था, तब वोट हमारे पक्ष में थे, लेकिन बीजेपी ने सत्ता हासिल करने के लिए बैक डोर एंट्री की।
‘चुनाव आयोग की जिम्मेदारी, उम्मीदवारों का संदेह दूर करें’
तेजस्वी यादव ने कहा कि चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है कि वह सभी उम्मीदवारों के संदेह को दूर करे। रीकाउंटिंग बेहद जरूरी है। साथ ही, रिकॉर्डिंग हमें दिखाई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि 2015 में भी नीतीश कुमार ने जनादेश का अपमान किया था। नीतीश कुमार को कुर्सी प्यारी है यह लोग छल कपट से कुर्सी हासिल करते हैं। जनता ने हमारे रोजगार के मुद्दे को स्वीकार किया। जनता के फैसले का हम सम्मान करते हैं। हम हारे नहीं जीते हैं और धन्यवाद यात्रा निकालेंगे। मैं बिहार के लोगों को धन्यवाद देता हूं।
तेजस्वी बोले- एनडीए-महागठबंधन के बीच 12 हज़ार वोट का अंतर
तेजस्वी यादव ने कहा कि एनडीए को एक करोड़ 57 लाख वोट मिले हैं यानी 37.3 फीसदी वोट एनडीए को मिला है। लेकिन महागठबंधन को एक करोड़ 56 लाख 888 हजार 458 वोट मिले हैं। महागठबंधन को 37.2 फीसदी वोट मिले हैं। एनडीए और महागठबंधन के बीच 12 हज़ार वोट का अंतर है।
तेजस्वी का आरोप- 10 सीटों पर घालमेल किया गया
विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर एनडीए सरकार ने वादे के मुताबिक काम नहीं किया तो आंदोलन किया जाएगा। सरकार ने 19 लाख नौकरी नहीं दी, बिहार के लोगों को दवाई, सिंचाई, पढ़ाई और कमाई नहीं दिया तो महागठबंधन की ओर से बड़ा आंदोलन किया जाएगा। तेजस्वी ने एक बार फिर से चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए कहा कि 10 सीटों पर घालमेल किया गया है। पोस्टल बैलट की गिनती पर उन्होंने सवाल उठाया।
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