नई दिल्ली। लॉकडाउन (Lockdown) और कर्फ्यू (curfew) ने सबका जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. तेजी से बढ़ते मामलों ने लोगों को घर में कैद कर दिया है. जो लोग परिवार के साथ हैं उनके लिए थोड़ी राहत है लेकिन जो उम्रदराज लोग अकेले हैं उनकी समस्याएं अलग हैं. दिल्ली की रहने वाली 52 वर्षीय रेखा शर्मा (Rekha Sharma) अपने पति के साथ रहती हैं. हालात को देखते हुए रेखा शर्मा (Rekha Sharma) को मूलभूत ज़रूरतों के लिए भी बाहर जाना सही नहीं लग रहा था.
ऐसे में समस्या ये थी कि रोज़मर्रा का दूध, दही, राशन, सब्जी कैसे आए. रेखा शर्मा (Rekha Sharma) ने सुरक्षा (Security) का ख्याल रखते हुए, घर की बची हुई चीज़ों से काम चलाना शुरू कर दिया. घर में सब्जी के बदले अभी दाल ही बन रही थी, चाय के बिना भी वो और उनके पति काम चलाने लगे. सोच ये थी कि जब सब खत्म होने वाला होगा तब ही बाहर जाने का रिस्क लेंगे.
इसी बीच जब एक दिन रेखा शर्मा (Rekha Sharma) अपनी बेटी से फोन पर बात कर रही थीं, तो उनकी बेटी ने अमेज़न() से राशन खरीदने (Buy ration)की सलाह दी. रेखा शर्मा (Rekha Sharma) के लिए स्मार्टफोन (smart Phone)नया नहीं था, लेकिन स्मार्ट फोन से वीडियो कॉलिंग करना अलग बात है, पर ऑनलाइन शॉपिंग (Online Shopping) करना तो एक टेढ़ी खीर सा ही था. रेखा ने जब हिचकिचाते हुए अमेज़न को टटोला तो उन्हें अपनी समस्या का समाधान और सुरक्षा दोनों अमेज़न(Amazon) पर ही मिल गए, उसके हिन्दी विकल्प के साथ. अपनी भाषा में अमेज़न(Amazon) देखकर, रेखा के लिए तकनीक काफी आसान हो गई. पहले तो रेखा शर्मा (Rekha Sharma) को ये थोड़ा अजीब लगा लेकिन झिझक को हटाकर ये सब खुद करके देखा, तो उन्हें सब खुद समझ आने लगा. यूं घर बैठे हर ज़रूरत की चीजों की शॉपिंग कर लेना उनके लिए काफी सुकून भरा अनुभव था. जहां पहले वो हर छोटी चीज के लिए भी बार-बार घर से निकलती थीं, वहीं अब अमेज़न फ्रेश पर हिन्दी शॉपिंग ऑप्शन (Hindi shopping option) की मदद से घर बैठे ही उन चीज़ों को झट से ऑर्डर कर देती हैं. खाने-पीने की चीजों से लेकर घर की साफ-सफाई यहां तक अपने डॉगी ब्रूनो के लिए खाना भी अमेज़न फ्रेश से ही ऑर्डर करती हैं। अमेज़न पर हिन्दी में शॉपिंग करने के ऑप्शन की वजह से मिसेज शर्मा ने ना अपने स्वाद से समझौता किया और ना ही सेहत से.