नई दिल्ली । अमेरिकी टेक उद्यमी और वेंचर कैपिटलिस्ट ब्रायन जॉनसन (Brian Johnson) ने अक्टूबर में यात्रा के संकेत देने के बाद दिसंबर में होने वाली अपनी भारत यात्रा को अंतिम रूप दे दिया है। जॉनसन ने एक्स पर घोषणा की कि वह अपनी पुस्तक और समुदाय, ” डोंट डाई ” को बढ़ावा देने के लिए मुंबई और बेंगलुरु की यात्रा करेंगे, जो मृत्यु दर पर काबू पाने और समृद्धि प्राप्त करने पर केंद्रित है।
बता दें कि 45 वर्षीय टेक उद्यमी ब्रायन जॉनसन इस महीने भारत का दौरा करने जा रहे हैं। जॉनसन अपने उम्र-विरोधी (एंटी-एजिंग) प्रयोगों और “ब्लूप्रिंट” परियोजना के लिए सोशल मीडिया पर चर्चा में रहते हैं। सीधे शब्दों में कहें तो वह अमर होने की तरकीब खोज रहे हैं और हर साल करोड़ों खर्च करते हैं। उनका भारत दौरा उनकी किताब और “डोंट डाई” कम्युनिटी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से है। जॉनसन की यह कम्युनिटी इंसानी मौत को चुनौती देने औरे स्वास्थ्य को बढ़ाने पर केंद्रित है।
उम्र-विरोधी प्रयोगों का सफर
जॉनसन की लाइफस्टाइल और एक्सपेरिमेंट का सफर बहुत चर्चा में रहता है। वे हर साल मेडिकल डायग्नोस्टिक, ट्रीटमेंट, और स्पेशल डाइट पर 2 मिलियन डॉलर से अधिक खर्च करते हैं। उनकी सख्त 1,950 कैलोरी वाली डाइट, सुबह 4:30 बजे उठने का समय, 100 से अधिक सप्लीमेंट्स, और खास व्यायाम उन्हें युवावस्था के करीब ले जाने के लिए डिजाइन किए गए हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने अपने बेटे का ब्लड लेने से लेकर जीन थैरेपी तक कई प्रयोग किए हैं। उनका दावा है कि उनकी उम्र बढ़ने का गति 99% 20 साल के युवाओं से धीमी है।
विवाद और असफलताएं
हाल ही में जॉनसन ने ‘प्रोजेक्ट बेबी फेस’ के तहत अपने चेहरे में युवा दिखने के लिए डोनर फैट इंजेक्शन करवाया। हालांकि, इसका परिणाम नकारात्मक रहा, और उनका चेहरा सूज गया। उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा, “इंजेक्शन के तुरंत बाद मेरा चेहरा सूज गया, और स्थिति बदतर होती गई। मैं अपनी आंखें भी नहीं देख पा रहा था।” एक सप्ताह बाद उन्होंने दावा किया कि उनका चेहरा सामान्य हो गया है।
पेशेवर उपलब्धियां
जॉनसन ने 2007 में ब्रेनट्री नामक एक क्रेडिट कार्ड प्रोसेसिंग कंपनी की स्थापना की। 2012 में, इसने वेनमो को $26.2 मिलियन में खरीदा। 2013 में, उन्होंने ब्रेनट्री को PayPal को $800 मिलियन में बेच दिया। इसके बाद, उन्होंने मस्तिष्क गतिविधि को ट्रैक करने वाली तकनीकों और अल्जाइमर व स्ट्रोक के इलाज में मददगार उपकरणों में निवेश किया।
जॉनसन की भारत यात्रा ने देश में दीर्घायु और उम्र-विरोधी उपायों को लेकर नई बहस छेड़ दी है। हालांकि उनकी पद्धतियों को व्यापक चिकित्सा समुदाय से मान्यता नहीं मिली है, लेकिन उनकी लाइफस्टाइल और प्रयोगों ने एक बड़े वर्ग को आकर्षित किया है।
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